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मुरादाबाद: जागरण और भजन के जरिये सामाजिक सद्भाव का संदेश दे रहें तारिक किशोर - सामाजिक सद्भाव का संदेश दे रहें तारिक किशोर

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रहने वाले गायक तारिक किशोर अपने गायिकी से लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे हैं. वह हर फिल्मी संगीत के साथ देवी जागरण, कव्वाली, भजन के जरिए लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते है.

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तारिक किशोर, गायक
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Published : Dec 9, 2019, 8:43 AM IST

Updated : Dec 9, 2019, 11:14 AM IST

मुरादाबाद: देश में सामाजिक सद्भाव का सन्देश देने के लिए समय-समय पर कई लोग आगे आते रहे हैं. समाज, धर्म और क्षेत्रीय सीमाओं से आगे जाकर लोगों को एक सूत्र में बांधने की यही कोशिश देश को एक अलग मुकाम दिलाती है. मुरादाबाद जिले के रहने वाले तारिक किशोर भी पिछले कई सालों से अपने संगीत के जरिए लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे हैं. शारीरिक रूप से दिव्यांग तारिक किशोर देवी जागरण कार्यक्रमों से लेकर फिल्मी गीत गाते हैं.

गायिकी से लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे तारिक किशोर.

तारिक किशोर कर रहे लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम
जिले के लालबाग क्षेत्र में रहने वाले तारिक किशोर गायक पिछले कई सालों से अपनी सुरीली आवाज से लोगों का मनोरंजन करते आ रहे हैं. मुस्लिम परिवार में पैदा हुए तारिक किशोर का बचपन बड़ी मुश्किलों में बीता है. पैदा होने के बाद वह पोलियो वायरस की चपेट में आने से शारीरिक दिव्यांगता के शिकार हो गए.

हजारों की तादाद में जुटती है भीड़
बचपन से ही संगीत में रुचि होने के कारण तारिक शौकिया तौर पर गीत गाने लगे और आज वह हर फिल्मी संगीत के साथ देवी जागरण, कव्वाली, भजन भी गाते हैं. तारिक किशोर के भजन और जागरण सुनने के लिए हजारों की तादाद में भीड़ जुटती है.

गरीब बच्चों को संगीत की शिक्षा
अभावों में बीते बचपन का अहसास आज भी तारिक को लगातार बेहतर करने की प्रेरणा देता है. गीत-संगीत के माध्यम से तारिक सामाजिक सद्भाव और जागरूकता के सन्देश भी लोगों तक पहुंचाते हैं. मशहूर गायक किशोर कुमार के प्रशंसक तारिक भविष्य में स्कूल खोलकर गरीब बच्चों को संगीत को शिक्षा देना चाहते हैं.

संगीत सबसे प्रभावी माध्यम
समाज में सद्भाव के लिए तारिक संगीत को सबसे प्रभावी माध्यम मानते हैं. तारिक के मुताबिक उन्हें धार्मिक संगीत के जरिए जो पहचान मिली है, वह साबित करती है की 'मजहबी दीवारें प्रतिभा को कैद नहीं कर सकती.'

सोशल मीडिया पर लाखों की फैन फॉलोइंग
सोशल मीडिया पर लाखों की फैन फॉलोइंग के साथ तारिक लगातार अपने सफर को आग बढ़ा रहें है. देश के अलग-अलग शहरों में कार्यक्रम कर चुका यह गायक परिवार के लिए किसी गौरव से कम नहीं है. तारिक के परिजन उनके सफर से खासे खुश है और आगे भी उनसे बेहतर करने की उम्मीद लगाए हैं.

इसे भी पढ़ें- आजमगढ़ महोत्सव में जलवा बिखेरनें आ रही हैं ये मशहूर हस्तियां

मुरादाबाद: देश में सामाजिक सद्भाव का सन्देश देने के लिए समय-समय पर कई लोग आगे आते रहे हैं. समाज, धर्म और क्षेत्रीय सीमाओं से आगे जाकर लोगों को एक सूत्र में बांधने की यही कोशिश देश को एक अलग मुकाम दिलाती है. मुरादाबाद जिले के रहने वाले तारिक किशोर भी पिछले कई सालों से अपने संगीत के जरिए लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे हैं. शारीरिक रूप से दिव्यांग तारिक किशोर देवी जागरण कार्यक्रमों से लेकर फिल्मी गीत गाते हैं.

गायिकी से लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे तारिक किशोर.

तारिक किशोर कर रहे लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम
जिले के लालबाग क्षेत्र में रहने वाले तारिक किशोर गायक पिछले कई सालों से अपनी सुरीली आवाज से लोगों का मनोरंजन करते आ रहे हैं. मुस्लिम परिवार में पैदा हुए तारिक किशोर का बचपन बड़ी मुश्किलों में बीता है. पैदा होने के बाद वह पोलियो वायरस की चपेट में आने से शारीरिक दिव्यांगता के शिकार हो गए.

हजारों की तादाद में जुटती है भीड़
बचपन से ही संगीत में रुचि होने के कारण तारिक शौकिया तौर पर गीत गाने लगे और आज वह हर फिल्मी संगीत के साथ देवी जागरण, कव्वाली, भजन भी गाते हैं. तारिक किशोर के भजन और जागरण सुनने के लिए हजारों की तादाद में भीड़ जुटती है.

गरीब बच्चों को संगीत की शिक्षा
अभावों में बीते बचपन का अहसास आज भी तारिक को लगातार बेहतर करने की प्रेरणा देता है. गीत-संगीत के माध्यम से तारिक सामाजिक सद्भाव और जागरूकता के सन्देश भी लोगों तक पहुंचाते हैं. मशहूर गायक किशोर कुमार के प्रशंसक तारिक भविष्य में स्कूल खोलकर गरीब बच्चों को संगीत को शिक्षा देना चाहते हैं.

संगीत सबसे प्रभावी माध्यम
समाज में सद्भाव के लिए तारिक संगीत को सबसे प्रभावी माध्यम मानते हैं. तारिक के मुताबिक उन्हें धार्मिक संगीत के जरिए जो पहचान मिली है, वह साबित करती है की 'मजहबी दीवारें प्रतिभा को कैद नहीं कर सकती.'

सोशल मीडिया पर लाखों की फैन फॉलोइंग
सोशल मीडिया पर लाखों की फैन फॉलोइंग के साथ तारिक लगातार अपने सफर को आग बढ़ा रहें है. देश के अलग-अलग शहरों में कार्यक्रम कर चुका यह गायक परिवार के लिए किसी गौरव से कम नहीं है. तारिक के परिजन उनके सफर से खासे खुश है और आगे भी उनसे बेहतर करने की उम्मीद लगाए हैं.

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Intro:एंकर: मुरादाबाद: भारत को हमेशा से गंगा-जमुनी तहजीब का देश माना जाता है. देश में सामाजिक सद्भाव का सन्देश देने के लिए समय समय पर कई लोग आगे आते रहें है. समाज, धर्म और क्षेत्रीय सीमाओं से आगे जाकर लोगों को एक सूत्र में बांधने की यही कोशिश देश को एक अलग मुकाम दिलाती है. मुरादाबाद के रहने वाले तारिक किशोर ऐसे ही शख्स है जो पिछले कई सालों से अपने संगीत के जरिये लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहें है. शारीरिक रूप से दिव्यांग तारिक किशोर गायक है और देवी जागरण कार्यक्रर्मो से लेकर फिल्मी गीत गाते है. सोशल मीडिया पर तारिक की फैन फ्लोइंग लाखों में है. हिन्दू धार्मिक गीतों के जरिये सद्भाव बढ़ा रहें तारिक समाज को नई राह दिखा रहें है. नोट: आदरणीय डेस्क इस खबर से सम्बंधित भजन और जागरण के विजुअल wrap से अलग से भेजे गए है. कृपया खबर में एड करने की कृपा किजियेग.


Body:बाईट: तारिक किशोर- भजन गायक वीओ वन: मुरादाबाद के लालबाग क्षेत्र में रहने वाले तारिक किशोर गायक है और पिछले कई सालों से अपनी सुरीली आवाज से लोगों का मनोरंजन कर रहें है. मुस्लिम परिवार में पैदा हुए तारिक किशोर का बचपन बड़ी मुश्किलों में बिता और पैदा होने के बाद पोलियो वायरस की चपेट में आने से वह शारीरिक दिव्यांगता के शिकार हो गए. बचपन से ही संगीत में रुचि होने के कारण तारिक किशोर शौकिया तौर पर गीत गाने लगे और आज वह हर फिल्मी संगीत के साथ देवी जागरण, कव्वाली, भजन भी गाते है. तारिक किशोर के भजन और जागरण सुनने के लिये हजारों की तादात में भीड़ जुटती है जो उनके लिए नया हौसला देता है. बाईट: तारिक किशोर- गायक वीओ टू: अभावों में बीते बचपन का अहसास आज भी तारिक को लगातार बेहतर करने की प्रेरणा देता है. गीत-संगीत के माध्यम से तारिक सामाजिक सद्भाव और जागरूकता के सन्देश भी लोगों तक पहुंचाते हैं. मशहूर गायक किशोर कुमार के प्रशंसक तारिक भविष्य में स्कूल खोलकर गरीब बच्चों को संगीत की शिक्षा देना चाहते है. समाज में सद्भाव के लिए तारिक संगीत को सबसे प्रभावी माध्यम मानते है. तारिक के मुताबिक उन्हें धार्मिक संगीत के जरिये जो पहचान मिली है वह साबित करती है की मजहबी दीवारें प्रतिभा को कैद नहीं कर सकती. बाईट: तारिक किशोर- गायक वीओ तीन: सोशल मीडिया पर लाखों की फैन फॉलोइंग के साथ तारिक लगातार अपने सफर को आग बढ़ा रहें है. देश के अलग-अलग शहरों में कार्यक्रम कर चुका यह गायक परिवार के लिए किसी गौरव से कम नहीं है. तारिक के परिजन उनके सफर से खासे खुश है और आगे भी उनसे बेहतर करने की उम्मीद लगाए है. बाईट: तब्बसुम: बहन


Conclusion:वीओ चार: गीत-संगीत के जरिये सामाजिक सद्भाव का संदेश दे रहा यह गायक समाज के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है. शारीरिक चुनौती से जूझते हुए खुद के लिए मुकाम बनाने की यह दास्तां सबक है उन लोगों के लिए जो समाज को जोड़ने के बजाय नफरत फैलाने में जुटे रहते है. तारिक एक प्रेरणा भी है उन लोगों के लिए जो शारीरिक चुनौतियों के आगे हार मान कर खुद को सीमाओं में कैद कर लेते है. भुवन चन्द्र ईटीवी भारत मुरादाबाद 9634544417
Last Updated : Dec 9, 2019, 11:14 AM IST
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