मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए सामुदायिक पुलिसिंग योजना 'सवेरा' का संचालन किया जा रहा है, लेकिन इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए समाचार पत्रों के विज्ञापन ने मुरादाबाद पुलिस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. मुरादाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति ने दावा किया है कि विज्ञापन में छपी तस्वीर उसकी मां की है, जो डेढ़ साल पहले गुम हो गयी थी. व्यक्ति 31 तारीख से लगातार अपनी मां की तलाश के लिए पुलिस कार्यालयों के चक्कर काट रहा है.
यह है बलराम का दावा
मुरादाबाद शहर के मझोला थाना क्षेत्र के खुशहालपुर में स्थित बैंक कॉलोनी के रहने वाले बलराम सिंह का कहना है कि 31 दिसंबर 2020 को समाचार पत्रों में सरकारी योजना 'सवेरा' के लिए एक विज्ञापन छपा था. उसमें मिशन शक्ति अभियान के तहत डायल-112 के तहत वृद्धजनों की मदद करने की जानकारी छापी गई थी. विज्ञापन में जिस वृद्धा की तस्वीर छापी गई है, वह उनकी मां सीता हैं. जो पिछले डेढ़ साल से गुमशुदा हैं. बलराम सिंह बेहद गरीब परिवार का है और वह अगरबत्ती और धूप बेचने का काम करता है.
दर्ज करवाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
गुमशुदा सीता देवी के बेटे बलराम सिंह का दावा है कि उसकी मां सीता देवी नवंबर 2019 में घर से लापता हो गई थीं. 16 नवंबर 2019 को उसने मझोला थाने में गुमशुदगी की एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन मुरादाबाद पुलिस आज तक उन्हें तलाश नहीं सकी है.
मां को लाना चाहते हैं घर
बलराम ने बताया कि उसके पिता स्वर्गीय बच्चन सिंह रेलवे में लोको पायलट थे. घर में पांच भाई-बहन हैं. तीन बहनों की शादी कर दी गई है. जबकि छोटे भाई की बीमारी के कारण मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि वे अपनी मां को घर लाना चाहते हैं, लेकिन इस समय वह किस जगह है, किसके साथ हैं. इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है.
विज्ञापन में छपी तस्वीर को लेकर युवक ने जो दावा किया है. उसकी पुष्टि करने के लिए पुलिस पड़ताल की जा रही है. विभागीय स्तर से जो जानकारी मिलेगी, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हम इसके साथ ही युवक बलराम सिंह द्वारा 2019 में दर्ज कराई गई एफआईआर का भी संज्ञान में लेंगे. हमारा प्रयास होगा कि उसकी वृद्ध मां सीता देवी जहां भी हों उन्हें खोज कर परिवार के सुपुर्द किया जा सके.
अमित कुमार आनंद, एसपी सिटी, मुरादाबाद