मुरादाबादः जिनके कंधों पर कानून बनाये रखने की जिम्मेदारी है, वही जब उसे तोड़ने में लग जायें, तो भला आम जनता का क्या होगा. दरअसल मुरादाबाद के एक चौकी प्रभारी के यहां छेड़खानी से पीड़ित महिला मुकदमा दर्ज कराने पहुंची. तो उन्होंने मुकदमा दर्ज करने के एवज में उससे 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर दी. जिसकी पीड़ित ने शिकायत कर दी. एसपी सिटी अमित कुमार आनंद की जांच में चौकी प्रभारी दोषी पाये गये. जिसके बाद एसएसपी ने जांच के आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया है.
ये है पूरा मामला
मझोला थाना इलाके की रहने वाली एक महिला ने पुलिस अधिकारियों को एक शिकायती पत्र सौंपा था. जिसमें उसने खदाना चौकी प्रभारी आदेश कुमार पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करने के एवज में रिश्वत की मांग के आरोप लगाये थे. पीड़ित के आरोपों के मद्देनजर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने आरोपों की जांच एसपी सिटी अमित कुमार आनंद को सौंपी. जांच के दौरान एसपी सिटी ने चौकी इंचार्ज और पीड़ित का बयान दर्ज किया. जांच में महिला के आरोपों की पुष्टि हो गयी है.
निलंबित दारोगा
जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दारोगा का स्थानांतरण नागफनी थाना इलाके के दांग चौकी में प्रभारी के रूप में कर दिया गया था. हालांकि दोषा पाये जाने के बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने दारोगा को निलंबित कर दिया. महिला का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है. एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि महिला के दारोगा पर लगाए गए आरोप सही पाये गये. इसी आधार पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गयी है.