मुरादाबाद: कटघर थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति का अपहरण कर 17 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले एक अपहरणकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर 6 घंटे में अपहरण हुए मोहम्मद इरशाद को सकुशल बरामद कर लिया. अपहरणकर्ता मुरादाबाद से इरशाद का अपहरण कर गाजियाबाद ले गए थे. इरशाद और उसके भाइयों का गाजियाबाद में स्क्रैप का कारोबार था. कारोबार में नुकसान होने की वजह से उनके भाई के ऊपर 17 लाख की देनदारी थी. आरोपी रुपये लेने के लिए बार-बार दबाब बना रहे थे. रुपये नहीं मिलने पर अपहरण की साजिश रची गई थी. अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटे व्यक्ति ने मुरादाबाद पुलिस का बहुत बहुत आभार व्यक्त किया. उसने कहा सही समय पर अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो शायद हमें वो लोग जान से मार देते. हमें पुलिस ने दूसरा जीवन दान दिया है.
30 सितंबर को मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र के रहमत नगर करूला के रहने वाले मोहम्मद इरशाद का तीन लोग अपहरण कर गाजियाबाद ले गये थे, जिसकी जानकारी इरशाद की पत्नी सईदा ने 2 अक्टूबर को देर रात कटघर थाने में दी. सईदा ने बताया कि उसके पास एक वाट्सएप पर वीडियो कॉल आई, जिसमें अपहरण करने वालों ने बताया कि उसके पति का अपहरण कर लिया गया है. अगर, अपने पति को छुड़वाने के लिए 17 लाख रुपये नहीं दिए तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा. अपहरण की जानकारी होते ही एसपी सिटी के नेतृत्व में टीम कटघर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमों का गठन किया गया.
क्यों किया इरशाद का अपहरण:-
एसपी सिटी ने बताया पकड़े गए अपहरणकर्ता शकील से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह ई-कचरा स्क्रैप व्यापारी है. अपहृत इरशाद का छोटा भाई मोहम्मद शान भी स्क्रैप का व्यापारी है. शकील ने इरशाद के छोटे भाई मोहम्मद शान को करीब 22 लाख रुपये का माल उधार दिया था, जिसमें से का 17 लाख रुपये बकाया था और शान रुपये वापस नहीं दे रहा था और डासना स्थित अपनी ई-कचरे की फैक्ट्री बन्द कर फरार हो गया था. इसी बात से नाराज होकर शकील उर्फ चिकना ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहम्मद इरशाद का अपहरण कर लिया था, जिसको अभियुक्त शकील उर्फ चिकना द्वारा अपने घर पर जंजीर से बांधकर रखा हुआ था और रुपयों की मांग की जा रही थी.
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अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छुटकर आए इरशाद पुलिस के सामने हाथ जोड़कर खड़ा हो गया और कहने लगा कि साहब आप सही समय पर पुलिस नहीं भेजते तो शायद वह लोग मुझको मार देते. मुरादाबाद पुलिस ने मुझको दूसरा जीवनदान दिया है. इसलिए पुलिस का हाथ जोड़कर में बहुत बहुत शुक्रिया अदा करता हूं.
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