मुरादाबाद: पीतल कारोबार के साथ अन्य क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही महिलाओं की राजनीति के मैदान में सक्रियता आज भी नजर नहीं आती. मुरादाबाद में करीब दस लाख महिला मतदाता होने के बावजूद आज तक इस सीट पर किसी भी महिला उम्मीदवार को विजय हासिल नहीं हुई.
मुरादाबाद में छह विधान सभा सीटें है, जिनमें चार मुरादाबाद लोकसभा सीट में शामिल हैं. जबकि दो विधान सभा सीटें सम्भल लोकसभा सीट में आती हैं. लोकसभा चुनाव के लिए मुरादाबाद जनपद में प्रकाशित मतदाता सूची के आंकड़ों के मुताबिक कुल 22 लाख, 60 हजार, 96 मतदाता हैं. इसमें 12 लाख, 85 हजार पुरुष और 9 लाख, 74 हजार महिला मतदाता शामिल हैं.
वहीं मुरादाबाद लोकसभा सीट से आज तक कभी भी महिला उम्मीदवार चुनाव में विजयी नहीं हुई. स्थानीय महिलाओं के मुताबिक राजनैतिक दलों की उपेक्षा के चलते ज्यादातर चुनावों में महिला उम्मीदवारों को मौका ही नहीं दिया गया.
स्थानीय लोगों के मुताबिक जहां एक तरफ राजनैतिक दल महिलाओं को टिकट देने में कंजूसी बरतते हैं, वहीं राजनीति में सक्रिय महिलाओं के परिजन भी उनको आगे बढ़ाने के बजाय खुद कमान अपने हाथ में लेना चाहते हैं. मशहूर गीतकार माहेश्वर तिवारी के मुताबिक महिलाओं को राजनीति में लाने के लिए सभी दलों को अपनी कथनी और करनी पर ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि सिर्फ महिला सशक्तिकरण के दावे करने से तस्वीर नहीं बदलने वाली.