मुरादाबाद: बिलारी क्षेत्र के खाता गांव में एक बुजुर्ग महिला रामकली की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. रामकली की मौत के बाद गुरुवार दोपहर उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर लाया गया. रामकली के शव को उसके इकलौते बेटे विजेंदर ने मुखाग्नि दी और शव के जलते ही अचानक विजेंदर भी उल्टियां करते हुए बेहोश हो गया. परिजनों ने अस्पताल में फोन कर एम्बुलेंस को मौके पर बुलाया, लेकिन तब तक विजेंदर की मौत हो गई थी.
- श्मशान घाट पर मां और बेटे के शव एक साथ जलते देख हर किसी की आंखें नम हो गईं.
- परिजनों के मुताबिक विजेंदर की उम्र जब सात साल से थी, तब उसके पिता की मौत हो गई थी.
- पिता की मौत के बाद रामकली ने ही विजेंदर को बड़ी मुश्किलों में पाला था.
- परिजनों का कहना है कि विजेंदर की मौत उसकी मां की मौत से सदमा लगने के कारण हुई है.
मृतक विजेंदर की पत्नी अनिता का कहना है कि श्मशान घाट पर मां और बेटे का शव एक साथ जलने से परिजनों में मातम फैला हुआ है.