मुरादाबाद: नगर निगम में अपशिष्ट प्रबंधन को बेहतर करने के लिए जो कदम कई साल पहले उठाए गए थे, उसका परिणाम अब दिखाई देने लगा है. 2014 में रामगंगा पुल के पार ट्रेंचिंग ग्राउंड में लगाए गए साइंटिफिक डिस्पोजल प्लांट को नई क्षमता के साथ बुधवार को नगर निगम द्वारा शुरू कर दिया गया. अब इसकी क्षमता 600 मीट्रिक टन है. यह प्लांट न केवल कूड़े का प्रबंधन करेगी, बल्कि इससे नगर निगम की कमाई भी होगी.
2014 में शुरू किया था प्लांट
मुरादाबाद में हर रोज तकरीबन 400 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है. नगरीय निकाय में रहने वाली आबादी द्वारा बड़ी मात्रा में निकलने वाला कूड़ा ट्रेंचिंग ग्राउंड पर पहाड़ की तरह इकट्ठा होता चला जाता है. इससे पर्यावरण को न केवल नुकसान पहुंच रहा है बल्कि भूजल में भी खराबी आ रही है.
मुरादाबादवासियों को इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए बुधवार को रामगंगा पुल के पास बसंतपुर गांव के सामने 600 मीट्रिक टन क्षमता का गार्बेज डिस्पोजल प्लांट की शुरुआत की गई. यहां पर कूड़े का न केवल साइंटिफिक डिस्पोजल किया जाएगा, बल्कि डिस्पोजल के बाद निकलने वाले कंपोस्ट, आरडीएफ और इंटर्न को अलग किया जाएगा. इसे पैक करके मार्केट में बेचा जाएगा, जिससे मुरादाबाद नगर निगम की आय में बढ़ोतरी भी होगी.
लक्ष्य है कि 600 मीट्रिक टन कूड़ा रोज हो निस्तारित
मुरादाबाद नगर निगम का लक्ष्य है कि 600 मीट्रिक टन की क्षमता वाले इस डिस्पोजल प्लांट को आने वाले कुछ दिनों में पूरी क्षमता के साथ शुरू कर दिया जाए. अभी इस प्लांट के 3 टर्मिनल फंक्शनल हैं. एक को आगे शुरू करने की योजना है.
ट्रेंचिंग ग्राउंड के कूड़े का भी होगा निस्तारण
इसके साथ ही ट्रेंचिंग ग्राउंड पर पिछले कई सालों से जो कूड़ा इकट्ठा किया जा रहा है, वह अब तकरीबन 30 लाख मीट्रिक टन का पहाड़ बन चुका है. इसके लिए आज ही लेगीसी बेस्ड प्लांट की शुरुआत की गई है. लगभग 150 मीट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता वाला यह प्लांट आज से ही अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर चुका है.
नगर निगम का लक्ष्य
नगर निगम का लक्ष्य है कि एक वर्ष के अंदर ग्राउंड पर एकत्रित 30 लाख मीट्रिक टन कूड़े को साइंटिफिक रूप से डिस्पोज ऑफ कर दिया जाए, जिससे ग्राउंड के आस-पास किसी तरह का कूड़ा न बचे. इसके साथ ही नए कूड़े का रोजाना निस्तारण होता रहे.
क्या बोले नगर आयुक्त
गार्बेज डिस्पोजल यूनिट की शुरुआत करते हुए नगर आयुक्त संजय कुमार ने कहा कि मुरादाबाद में हर रोज 400 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जिसका प्रबंधन वाकई में बड़ा काम है. नगर निगम डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन व्यवस्था के जरिए कूड़ा एकत्रित करके यहां पर लाकर डंप कर देता है. जिसके बाद इसका निस्तारण नहीं हो पाता. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज 600 मीट्रिक टन की क्षमता का एक प्लांट शुरू किया है. इस प्लांट में अभी तीन टर्मिनल्स फंक्शनल हैं. एक को आगे शुरू किया जाएगा, जबकि यहां पर पहाड़ के रूप में विकसित 30 लाख मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण के लिए भी लगातार प्रयास किया जा रहा था, जिसके लिए 150 मीट्रिक टन प्रतिदिन की क्षमता वाले एक अन्य लेगीसी प्लांट की भी शुरुआत की गई है.
क्या बोले महापौर विनोद अग्रवाल
मुरादाबाद के महापौर विनोद अग्रवाल ने कहा कि कूड़ा प्रबंधन के क्षेत्र में मुरादाबाद पश्चिम उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा नगर निगम बन गया है, जहां पर इस तरह की व्यवस्था है. इस तरह की व्यवस्था के शुरू होने के बाद नगर निगम में स्वच्छता की बयार और प्रबल होगी. हम डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को और आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं, जिन मोहल्लों में अभी यह सुविधा नहीं है. वहां भी इस सुविधा को पहुंचाया जाएगा. जिससे हर घर से कूड़ा एकत्रित करके यहां प्लांट पर पहुंचाया जा सके और शहर को स्वच्छ बनाया जा सके.