मुरादाबाद: जनपद के नागफनी थाना क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मियों पर हुए हमले के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है. हमले में घायल तीन स्वास्थ्य कर्मियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां एक कर्मचारी की हालत गम्भीर बनी हुई है.
घटना के बाद मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है, लेकिन स्वास्थ्य कर्मी हमले से दहशत में है. सीएमओ कार्यालय में घटना को लेकर बैठकों का दौर जारी है. आक्रोशित कर्मचारियों ने कल से लोगों के घर जाकर जांच करने से इंकार कर दिया है. डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक स्वास्थ्य कर्मियों के पास लोगों के घर जाकर उन्हें क्वारंटीन करने का अधिकार नही है और यह प्रशासन का काम है.
मेडिकल टीम पर हमला करने वाले आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि इलाके में दोबारा महिलाओं द्वारा पथराव करने से हड़कम्प मचा हुआ है. पुलिस टीम वीडियो के आधार पर दोषियों को चिन्हित कर रही है.
स्वास्थ्य कर्मियों ने साथियों पर हुए हमले के बाद सीएमओ कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है. स्वास्थ्य कर्मियों ने सीएमओ से लोगों के घर जाकर जांच करने से इंकार किया है.
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प्रशासन हर रोज क्वारंटीन होने वाले लोगों की सूची स्वास्थ्य कर्मियों को थमा देता है, जबकि घर जाकर लोगों को क्वारंटीन करने का अधिकार पुलिस-प्रशासन का है. कल से कोई भी स्वास्थ्य कर्मी लोगों के घर नहीं जाएगा, बल्कि पुलिस ऐसे लोगों को थाने पर लाये, जहां स्वास्थ्य कर्मी परीक्षण करेंगे.
संदीप बडोला, प्रदेश अध्यक्ष,डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशनएक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद आज स्वास्थ्य विभाग परिजनों और पड़ोसियों को क्वारंटीन करने के लिए मौके पर गयी थी, जहां लोगों ने अचानक हमला कर दिया. हमलावरों के पास धारदार हथियार मौजूद थे.
एस.सी. गर्ग,सीएमओ