मुरादाबाद: जिले के गलशहीद थाना क्षेत्र में जानवरों की खालों को संरक्षित कर गोदाम में रखने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. चार महीने पहले असालतपुरा क्षेत्र में गोदामों में रखी हजारों खालें बरामद हुईं थीं, जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मामले की जांच में जुटा था. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सभी गोदामों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है.
चल रहा था अवैध स्लाटर हाउस
जांच में बिना एनओसी लिए जानवरों की खाल अवैध तरीके से रखने और पर्यावरण को नुकशान पहुंचाने का मामला सामने आया. बोर्ड अधिकारियों ने मुख्यालय को जांच रिपोर्ट भेजी जिसके बाद मुख्य प्रदूषण अधिकारी ने अवैध गोदामों पर करोड़ों का जुर्माना लगाया है. असालतपुरा क्षेत्र में लंबे समय से पशुओं के अवैध कटान की जानकारी मिलती रहीं है, लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने के बजाय बैकफुट पर ही नजर आया है. अक्टूबर में हुई छापेमारी में अवैध स्लाटर हाउस पकड़े जाने के बाद मामला सुर्खियों में आया.
नौ करोड़ पचास लाख का जुर्माना
प्रदूषण बोर्ड ने कुल सात गोदाम स्वामियों को जुर्माने का नोटिस सौंपा है. जिसमें हर गोदाम स्वामी को एक करोड़ छत्तीस लाख रुपये का जुर्माना भरने के आदेश दिए गए हैं. सात गोदामों पर कुल नौ करोड़ पचास लाख का जुर्माना तय किया गया है. क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी के मुताबिक एक सप्ताह में जुर्माना न भरने पर जिला प्रशासन कानूनी कार्रवाई कर जुर्माने की राशि वसूलेगा. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के इस कदम के बाद अवैध गोदाम स्वामियों में हड़कम्प मचा हुआ है.
छापेमारी के दौरान सात गोदामों में हजारों की संख्या में जानवरों के खाल पाए गए थे. जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रदूषण बोर्ड ने सभी सात गोदाम स्वामियों के ऊपर कुल नौ करोड़ पचास लाख का जुर्माना लगाया है जिसको अदा करने के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया गया है.
-अजय कुमार शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी