जौनपुर: छठ का महापर्व आज से नहाय खाय के चलते शुरू हो गया है. आज शाम से ही व्रती महिलाएं इस पर्व की पूजा पाठ शुरू कर देंगी. वहीं बाजार में छठ पर्व के लिए फल की दुकानें भी सज चुकी हैं. सब्जी मंडी, सिपाह और ओलन गंज में सैकड़ों की संख्या में फलों की दुकानें सजी हैं, लेकिन इन दुकानों से ग्राहक नदारद है. फलों की महंगाई छठ पूजा करने वाले लोगों को परेशान कर रही हैं. इस बार महंगाई का असर कुछ ज्यादा ही दिख रहा है.
पूजा में प्रयोग किए जाने वाले ज्यादातर फलों के दाम डेढ़ से दो गुने तक पहुंच गए हैं. इस बार फलों की महंगाई और पूजा के सामानों के ऊंचे दाम की वजह से छठ के पर्व पर होने वाले खर्च में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. बाजार में महंगाई के चलते दुकाने खाली पड़ी हुई है. वहीं फल विक्रेता भी काफी परेशान हैं, क्योंकि उन्होंने छठ के पर्व को देखते हुए लाखों रुपये पूजा के फलों में लगाए हैं.
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छठ में किया जाता है 36 तरह के फलों का प्रयोग
पूर्वांचल में छठ का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. इस पर्व की शुरुआत नहाय खाय पूजा से शुरू हो चुकी है. वहीं जौनपुर जनपद में गोमती किनारे महिलाओं ने वेदियां बनाना शुरू कर दिया है. बाजार में छठ पर्व के लिए सैकड़ों की संख्या में फलों की दुकानें सज चुकी हैं, लेकिन इन दुकानों में ग्राहक नहीं नजर आ रहे हैं. इस पर्व में करीब 36 तरह के फलों का प्रयोग किया जाता है, जिनमें से कुछ फल ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों से मंगाए जाते हैं.
इस बार फलों पर महंगाई कुछ ज्यादा है. जिसके कारण बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है. महंगाई का असर करीब 60 परसेंट तक है. इसी वजह से दुकानों पर ग्राहक भी गायब है.फलों की महंगाई काफी ज्यादा है, लेकिन छठ पूजा तो करना ही है इसलिए फल खरीदना ही होगा.
-शारधा देवी, व्रती महिला
-जितेंद्र सोनकर, फल विक्रेता