मुरादाबाद: जिले में बुधवार को कोरोना संक्रमित डॉक्टर की मौत से हड़कम्प मच गया. जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर एमपी सिंह पिछले दिनों से कोरोना संक्रमित थे और लगातार इलाज के बावजूद उनकी हालत बिगड़ती चली गई. टीएमयू कोविड-19 अस्पताल में उनको वेंटीलेटर पर रखा गया, लेकिन बुधवार शाम उनकी मौत हो गई. जनपद में कोरोना से अब तक दो डॉक्टरों और एक वार्ड ब्वाय की मौत हो चुकी है. सीएमओ ने कोरोना योद्धा डॉक्टर की मौत को विभाग के लिए बड़ी क्षति बताया.
जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. साथ ही मरीजों की मौत का आंकड़ा 104 तक पहुंच गया है. बुधवार को मुरादाबाद स्वास्थ्य विभाग में तैनात डॉक्टर एमपी सिंह की कोरोना से मौत हो गई. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में मायूसी है. एमपी सिंह जनपद के कुंदरकी ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी थे और कोरोना काल में उन्हें एमआईटी क्वारंटाइन सेंटर प्रभारी बनाया गया था. एमआईटी सेंटर में लंबी सेवा के बाद वह कोरोना संक्रमित हो गए थे और उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई. स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें टीएमयू कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां हालत बिगड़ने पर पिछले तीन दिनों से वह वेंटिलेटर स्पोर्ट पर थे. डॉक्टरों के लगातार किए गए प्रयासों के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
स्वास्थ्य विभाग में कोरोना संक्रमण से अब तक दो डॉक्टर और एक वार्ड ब्वाय की मौत हो चुकी है. जबकि 6 से ज्यादा कर्मी कोरोना संक्रमित हुए है. जनपद में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5787 हो चुकी है. जबकि मृतकों की संख्या 104 है. कोरोना संक्रमित 1343 एक्टिव मरीज इस समय जनपद में है. सीएमओ एमसी गर्ग के मुताबिक मृतक डॉक्टर एमपी सिंह ने पूरी लगन के साथ कोरोना काल में अपनी सेवाएं दी और उनके निधन से स्वास्थ्य विभाग दुखी है.
कोरोना संकट के चलते जहां एक और प्रशासन लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहा है. वहीं बाजारों में लगातार बढ़ती भीड़ और नियमों की अनदेखी आने वाले दिनों में चिंता का सबब बन सकती है. डॉक्टर की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घबराए हुए है.