मुरादाबाद: सरकारी विभागों में अजब-गजब हालात आपने देखें और सुने हैं. बरसात के इस मौसम में स्वास्थ्य विभाग मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों को लेकर लोगों को जागरूक करने का दावा कर रहा है, लेकिन जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय खुद मच्छरों के लिए ऐशगाह बना हुआ है.
जर्जर भवन में चल रहे कार्यालय में जहां बरसात का पानी टपक रहा है, वहीं दीवारें और छत किसी भी वक्त हादसे का सबब बन सकती हैं. हैरानी की बात यह कि मच्छरों से होने वाले खतरों को जानने वाला यह विभाग अपनी ही दहलीज पर मच्छरों को खाद-पानी उपलब्ध करा रहा है.
जर्जर हाल में मलेरिया अधिकारी कार्यालय
- मुरादाबाद जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित टाउन हॉल इलाके में बना है जिला मलेरिया अधिकारी का कार्यालय.
- पिछले दो सालों से जिला मलेरिया अधिकारी के पद पर तैनाती नहीं हो पाई, जिसके चलते इसका चार्ज एडिशनल सीएमओ को दिया गया है.
- सालों पुरानी जर्जर बिल्डिंग में चल रहा यह कार्यालय पूरी तरह बदहाल हो चुका है.
- बरसात के दिनों में इस कार्यालय की छत से पानी टपकने लगता है, जो कमरों में फैल कर दवाइयों और फ्रिज को नुकशान पहुंचाता है.
- जर्जर भवन के बगल में अधिकारी के बैठने के लिए कार्यालय बना है, लेकिन दीवारों पर सीलन और फर्श से पानी निकलने के चलते यहां भी बैठना सम्भव नहीं.
- जिला मलेरिया अधिकारी के ठीक सामने अर्बन मलेरिया कार्यालय बना हुआ है.
- दीवारों से गिरता प्लास्टर और सीलन किसी भी वक्त बड़े हादसे का सबब बन सकता है.
- कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी खौफ के साये में संक्रामक बीमारियों को रोकने की फाइलों को तैयार कर रहे हैं.
- विभागीय अधिकारी भी इस सच को स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन कब तक खौफ के साये में कार्यालय चलेगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं.
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