ETV Bharat / state

मुरादाबाद: दीपावली पर बढ़ी चाइनीज झालरों की मांग - मुरादाबाद में चाइनीज झालरों की मांग

यूपी के मुरादाबाद जिले में इस बार दीपावली पर चाइनीज झालरों की मांग बढ़ती दिख रही है. सरकार भले ही चाइनीज सामान पर प्रतिबंध की बात कर रही है, लेकिन दीपावली पर घर की सजावट करने के लिए एक बार फिर से चाइनीज झालरों की बिक्री जमकर हो रही है.

etv bharat
चाइनीज झालर.
author img

By

Published : Oct 28, 2020, 7:20 PM IST

मुरादाबाद: दीपावली के त्योहार पर घर की साज-सज्जा करने के लिए बाजार में रंग-बिरंगी लाइटों से दुकानें सज गई हैं. चाइनीज समान का बहिष्कार करने की जगह अब भी लोगों की सबसे पसंदीदा लाइट चाइनीज ही है. वहीं मेक इन इंडिया के तहत तैयार की गईं झालरें बाजार में दिखाई नहीं दे रही हैं.

कोतवाली थाना क्षेत्र के मानपुर इलेक्ट्रॉनिक बाजार में चाइनीज झालरों से पूरी बाजार की दुकानें पटी हुई हैं. 25 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की चाइनीज झालरें बाजार में मौजूद हैं. इनमें सबसे ज्यादा 10 मीटर, 25 मीटर और 30 मीटर की झालरों की बाजार में बहुत अधिक मांग है. मेक इन इंडिया के तहत तैयार झालर बाजार में न मात्र को दुकानों पर मौजूद है. मेक इन इंडिया की झालर चाइनीज झलर से महंगी होने की वजह से इनकी मांग बहुत कम है. दुकानदारों का कहना है कि सरकार खुद इन पर तब्बजो नहीं दे रही है. अगर भारत में तैयार की गई झालर हमको मिलेगी तो पहले हम उसको बेचेंगे, जिससे हमारे देश को फायदा हो.

दुकानदार सचिन ने बताया कि पूरा बाजार चाइनीज झलारों पटा है. मेक इन इंडिया वाली झालर भी बाजार में है, लेकिन इन झालरों में केवल तार भारत का है, जबकि बल्ब भी चाइनीज ही है. चाइनीज झालर मेक इन इंडिया वाली झालर से सस्ती भी हैं, इसीलिए लोग ज्यादातर चाइनीज झालर खरीद कर ले जा रहे हैं. लॉकडाउन के बाद चाइना से झालरों के कंटेनर आ गए थे. अब पूरा माल बाजारों में दुकानों पर सज चुका है. सरकार भले ही मेक इन इंडिया का नाम दे रही है, लेकिन माल तैयार नहीं करा पा रही है. अगर हमको मेक इन इंडिया वाला माल मिलेगा तो हम वही बेचेंगे. दुकानदारों का कहना है कि जब माल हीं नहीं है तो चाइनीज झालर ही बेचनी पड़ रही है.

वहीं झालरों की बिक्री को लेकर व्यापारी अमित जैन ने बताया कि कोई चाइनीज समान का बहिष्कार नहीं कर रहा है. बाजार में सबसे ज्यादा मांग ही चाइनीज झालर की है. सरकार चाइनीज सामान पर प्रतिबंध की बात कर रही है तो यह चाइनीज माल कहां से आया. दुकानदार का कहना है कि झालरों का ये सब नया माल है और कोई पुराना स्टॉक नहीं है. हर साल की भांति इस बार भी सभी सरकारी दफ्तर चाइनीज झालरों से सजे हुए दिखाई देंगे. साथ ही कहना है कि जब सरकार के नुमाइंदे ही बहिष्कार नहीं कर रहे हैं तो आम जनता कैसे करेगी.

मुरादाबाद: दीपावली के त्योहार पर घर की साज-सज्जा करने के लिए बाजार में रंग-बिरंगी लाइटों से दुकानें सज गई हैं. चाइनीज समान का बहिष्कार करने की जगह अब भी लोगों की सबसे पसंदीदा लाइट चाइनीज ही है. वहीं मेक इन इंडिया के तहत तैयार की गईं झालरें बाजार में दिखाई नहीं दे रही हैं.

कोतवाली थाना क्षेत्र के मानपुर इलेक्ट्रॉनिक बाजार में चाइनीज झालरों से पूरी बाजार की दुकानें पटी हुई हैं. 25 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की चाइनीज झालरें बाजार में मौजूद हैं. इनमें सबसे ज्यादा 10 मीटर, 25 मीटर और 30 मीटर की झालरों की बाजार में बहुत अधिक मांग है. मेक इन इंडिया के तहत तैयार झालर बाजार में न मात्र को दुकानों पर मौजूद है. मेक इन इंडिया की झालर चाइनीज झलर से महंगी होने की वजह से इनकी मांग बहुत कम है. दुकानदारों का कहना है कि सरकार खुद इन पर तब्बजो नहीं दे रही है. अगर भारत में तैयार की गई झालर हमको मिलेगी तो पहले हम उसको बेचेंगे, जिससे हमारे देश को फायदा हो.

दुकानदार सचिन ने बताया कि पूरा बाजार चाइनीज झलारों पटा है. मेक इन इंडिया वाली झालर भी बाजार में है, लेकिन इन झालरों में केवल तार भारत का है, जबकि बल्ब भी चाइनीज ही है. चाइनीज झालर मेक इन इंडिया वाली झालर से सस्ती भी हैं, इसीलिए लोग ज्यादातर चाइनीज झालर खरीद कर ले जा रहे हैं. लॉकडाउन के बाद चाइना से झालरों के कंटेनर आ गए थे. अब पूरा माल बाजारों में दुकानों पर सज चुका है. सरकार भले ही मेक इन इंडिया का नाम दे रही है, लेकिन माल तैयार नहीं करा पा रही है. अगर हमको मेक इन इंडिया वाला माल मिलेगा तो हम वही बेचेंगे. दुकानदारों का कहना है कि जब माल हीं नहीं है तो चाइनीज झालर ही बेचनी पड़ रही है.

वहीं झालरों की बिक्री को लेकर व्यापारी अमित जैन ने बताया कि कोई चाइनीज समान का बहिष्कार नहीं कर रहा है. बाजार में सबसे ज्यादा मांग ही चाइनीज झालर की है. सरकार चाइनीज सामान पर प्रतिबंध की बात कर रही है तो यह चाइनीज माल कहां से आया. दुकानदार का कहना है कि झालरों का ये सब नया माल है और कोई पुराना स्टॉक नहीं है. हर साल की भांति इस बार भी सभी सरकारी दफ्तर चाइनीज झालरों से सजे हुए दिखाई देंगे. साथ ही कहना है कि जब सरकार के नुमाइंदे ही बहिष्कार नहीं कर रहे हैं तो आम जनता कैसे करेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.