मुरादाबाद: डिलारी थाना क्षेत्र के रहने वाले सैनिक नरेश दो दिन पहले श्रीनगर में हुए एक हादसे में शहीद हो गए थे. शुक्रवार देर रात शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा. जिसके बाद परिजन मातम में डूब गए. परिजनों के मुताबिक श्रीनगर के बांदीपुरा जनपद में तैनात सीआरपीएफ जवान नरेश गस्त के दौरान जीप पलटने से हादसे का शिकार हो गए थे. जहां मौके पर ही उनकी मौत हो गई. शनिवार सुबह शहीद सैनिक का अंतिम संस्कार परिजनों की मौजूदगी में कराया गया.
मुरादाबाद जिले के डिलारी थाना क्षेत्र के रहने वाले नरेश सिंह सीआरपीएफ में तैनात थे. वर्तमान में उनकी ड्यूटी कश्मीर के बांदीपुरा जनपद में थी. परिजनों के मुताबिक शुक्रवार सुबह उन्हें सीआरपीएफ अधिकारियों ने नरेश की एक हादसे में मौत की सूचना दी. अधिकारियों के मुताबिक रात्रि गश्त के दौरान सीआरपीएफ की जीप पलट गई और सिपाही नरेश जीप के नीचे दब गए. राहत और बचाव के बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. हादसे में सीआरपीएफ के दो अधिकारी और एक जवान भी घायल हुए हैं. शहीद सैनिक नरेश का शव देर रात दिल्ली से उनके पैतृक आवास पर पहुंचा.
सैनिक के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम ठाकुरद्वारा ने परिजनों से मुलाकात कर उनको ढांढस बढ़ाया. साथ ही हरसम्भव मदद देने का आश्वासन दिया. शहीद सैनिक नरेश की दो साल पहले शादी हुई थी. उनकी एक छह महीने की बच्ची है. शहीद सैनिक का शव घर पहुंचने के बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी पहुंचे. तीन भाइयों में सबसे छोटे नरेश गौतम के बड़े भाई भी सीआरपीएफ में है. वर्तमान में वह सिक्किम में तैनात है.
शहीद सैनिक की पत्नी को अभी भी पति की मौत का भरोषा नहीं हो पा रहा. शहीद नरेश एक महीने की छुट्टी के बाद कुछ दिन पहले वापस ड्यूटी पर गए थे लेकिन अब उनकी मौत के बाद हर किसी की आंखें नम है.