मुरादाबाद: यूपी में मुरादाबाद के गफनी थाना क्षेत्र की शिव विहार कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहे सिपाही ने एके 47 से खुद को गोली मारकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली (Constable commits suicide in Moradabad with AK47). कहा जा रहा है कि उसकी पत्नी ने करवा चौथ का व्रत नहीं रखा था. इस वजह से दोनों के बीच झगड़ा हुआ था.
![मुरादाबाद के गफनी थाना क्षेत्र की शिव विहार कॉलोनी में रहता था सिपाही](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/03-11-2023/19928575_image.jpg)
मुजफ्फरनगर में सिखेड़ा थाना क्षेत्र के मोघपुर गांव में रहने वाले पवन कुमार हेड कांस्टेबल हैं. उनकी तैनाती इन दिनों हापुड़ जिले में की गयी है. हेड कांस्टेबल पवन कुमार ने बताया कि उनका बेटा अजीत कुमार 2019 सिपाही के रूप में तैनात हुआ था. दूसरा बेटा अनुज कुमार गाजियाबाद में लेखपाल है. अजीत कुमार की तैनाती भी पहले गाजियाबाद में थी. सात महीने पहले ही उसको मुरादाबाद ट्रांसफर किया गया था.
किराये के मकान में रहता था सिपाही: अजीत कुमार की तैनाती मुरादाबाद पुलिस लाइन में थी. पुलिस लाइन से ही कोतवाली सीओ देश दीपक सिंह के साथ सिपाही अजीत कुमार की ड्यूटी लगायी गयी थी. अजीत मुरादाबाद में नागफनी क्षेत्र की शिव विहार कॉलोनी में राकेश कुमार वर्मा के मकान में किराये पर रह रहा था. पिता पवन कुमार ने कहा कि करीब डेढ़ साल पहले अजीत कुमार का विवाह बागपत में जौनमाला की रहने वाली चंचल के साथ हुआ था. दोनों के बीच आये दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद होते रहते थे. चंचल करी नौ महीने से मायके में ही रह रही थी. गुरुवार रात करीब 11 बजे ड्यूटी खत्म करने के बाद अजीत अपने किराये के कमरे पहुंचा.
![अजीत कुमार की तैनाती मुरादाबाद पुलिस लाइन में थी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/03-11-2023/up-mdd-constebal-sucaid-vis-10030_03112023090526_0311f_1698982526_196.jpg)
पत्नी से फोन पर हुई थी बहस: एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने कहा कि जांच में यह बात सामने आयी कि अजीन ने फोन पर अपनी पत्नी से बात की थी. बातचीत के दौरान उसे पता लगा कि उसकी पत्नी चंचल ने करवा चौथ का व्रत नहीं रखा था. इस बात को लेकर फोन पर दोनों के बीच कहासुनी हुई थी. इसके बाद अजीत सरकारी एके-47 से खुद को गोली मार ली और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी.
फायरिंग की आवाज सुनकर पहुंचे लोग: फायरिंग की आवाज सुनकर मकान मालिक राकेश कुमार वर्मा के परिवार के लोग ऊपरी मंजिल पर गये. वहीं अजीत का कमरा अंदर से बंद था. लोगों ने खिड़की से झांका, तो देखा कि अजीत का शव खून से लथपथ था. वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर एसएसपी हेमराज मीना और एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया अजीत के कमरे पर पहुंचे.
फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया. दरवाजा तोड़ने के बाद मुरादाबाद पुलिस कमरे में घुसी और जांच शुरू की. पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को दे दिया. एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने कि जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
पत्नी कहती थी परिवार को छोड़ो: अजीत के पिता पवन कुमार का आरोप है कि पत्नी चंचल और उसके माता-पिता अजीत का मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे. पत्नी चंचल नौ महीन से मायके में रह रही थी और अजीत पर परिवार छोड़ने का दबाव बना रही थी. पत्नी ऐसा न होने पर तलाक लेने की बात कहती थी. इस वजह से सिपाही अजीत मानसिक रूप से परेशान था.
अजीत के पास क्यों थी एके-47: सिपाही अजीत की ड्यूटी ड्यूटी सीओ कोतवाली के साथ लगायी थी. वैसे तो थाने, पुलिस लाइन और चौकियों में तैनात पुलिस वालों को ड्यूटी समाप्त होने के बाद हथियार जमा करने होते हैं. अजीत को हमराह के रूप में तैनात किया गया था. उसको इमरजेंसी में कभी भी बुलाया जा सकता था, इसीलिए वो अपने साथ ड्यूटी समाप्त होने के बाद सरकारी एके-47 रायफल घर लेकर चला गया था. जिससे उसने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया.
(Crime News UP)