मुरादाबाद: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व मुरादाबाद से सांसद डॉ. एसटी हसन की मुसीबत बढ़ती जा रही हैं. सांसद और उनके रिश्तेदार समेत सात लोगों के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट में परिवार वाद गुरुवार को दायर किया है. कोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट मंगाने के साथ ही अगली सुनवाई की तारीख 7 जनवरी तय की है. यह परिवार वाद सांसद पर संपत्ति कब्जा करने के प्रयास में दर्ज कराया गया है.
शहर के नगफनी क्षेत्र के निवासी अधिवक्ता फसीउल्लाह खान ने 21 दिसंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में सपा सांसद डॉ. एसटी हसन व उनके रिश्तेदार समीर अहमद, मोहम्मद आसिफ, आफताब हुसैन, बद्दू मियां, लाल परवेज और वसीम खान को नामजद किया है. इसके साथ ही करीब 100 लोगों को अज्ञात बताते हुए परिवाद दायर किया गया है.
पुलिस के साथ मिलकर संपत्ति कब्जा करने का आरोप
अधिवक्ता व उनके बेटे सैफुल्लाह का आरोप है कि सांसद व उनके रिश्तेदार उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर उनकी संपत्ति कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. जानकारी के अनुसार इस बार अधिवक्ता ने अपने बेटे से परिवाद दर्ज कराया है. जिसमें सांसद और उनके रिश्तेदार व अन्य आरोपियों पर संपत्ति कब्जा करने की कोशिश, धमकी देने व अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
सांसद पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप
कोर्ट में दाखिल किए गए प्रार्थना पत्र में सांसद पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है. अधिवक्ता के अनुसार सासंद ने पद का दुरुपयोग करते हुए उसके खिलाफ कटघर थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है.
सांसद ने कहा, पहले से ही अधिवक्ता पर दर्ज है कई मामले
वहीं मामले में सपा सांसद ने कहा कि फसीउल्लाह खान और उनके बेटे सैफुल्लाह के खिलाफ कटघर थाने में विभिन्न धाराओं में पहले से ही मुकदमा दर्ज है. उन्होंने हमारे रिश्तेदार की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की थी. साथ ही वह लोग मेरे सुरक्षाकर्मी की राइफल भी छीन कर ले गए थे. पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. इससे बचने के लिए ही इन्होंने हमारे और हमारे रिश्तेदार के खिलाफ परिवार दर्ज कराया है.