मुरादाबाद: जिले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चार दिन के अधिवेशन में पहुंची राष्ट्रीय महामंत्री ने मीडिया और वामपंथी संगठनों पर जमकर निशाना साधा. जामिया और जेएनयू यूनिवर्सिटी पर हुए प्रदर्शन और हिंसा पर कहा कि एबीवीपी किसी भी हिंसा का समर्थन नही करती है. सीएए पर लोगों जागरूक करने के लिए मदरसों और महाविद्यालय में युवाओं को जानकारी दी जा रही है.
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत का 60 वां प्रांतीय अधिवेशन मुरादाबाद के हिन्दू कालेज में 19 जनवरी से 22 जनवरी तक चलेगा.
- इसमें 17 जिलों के एबीवीपी के युवक और युवतियों ने भाग लिया.
'सीएए को लेकर एबीवीपी छात्रों को कर रही है जागरूक'
अधिवेशन में एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने एक प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि आप जानते हैं कि देश में बलात्कार की घटनाएं बहुत बढ़ रही हैं. दुष्कर्म की घटनाओं को देखते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने छात्राओं को निर्भया बनाने के लिए पूरे भारत में 12 लाख से अधिक छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी है. सीएए को लेकर जो युवाओं के बीच एक भ्रम की स्थिति को पैदा किया जा रहा है. एबीवीपी के कार्यकर्ता निरंतर मदरसों और महाविद्यालय में जाकर छात्रों से और लोगों से बात कर जानकारी दे रहे है.
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'एबीवीपी के खिलाफ एक चल रही है रणनीति'
एबीवीपी एक स्टिंग ऑपरेशन के सवाल के जवाब में निधि ने कहा की एक न्यूज़ चैनल के एक एंकर महोदय ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया, हर जगह खुद ही दिखाया. चैनल के पत्रकार ने बाद में ट्वीट करके उन्हें जानकारी दी जाती है कि स्टिंग ऑपरेशन में जो कार्यकर्ता अपने आपको एबीवीपी का बता रहा है, कार्यकर्ता नहीं है वह खुद इस बात को मान रहा है.
जामिया विश्वविद्यालय में एक गतिविधि आपको देखने को मिली. जामिया में जो लाठीचार्ज किया गया, उसमें कुछ वामपंथी दल के माध्यम से यह दिखाया गया कि एक पुलिस कर्मचारी किसी पर लाठी चला रहा है. उन्होंने यह बता दिया कि यह एबीपीपी का कार्य करता है. बाद में खुद कॉन्स्टेबल ने सामने आकर यह बताया कि वह एबीवीपी का कार्यकर्ता नहीं है मैं एक कॉन्स्टेबल हूं. यह पूरी तरह से एबीवीपी के खिलाफ एक रणनीति चल रही है.