मिर्जापुर: जिले में एक युवक परिवार का भरण पोषण करने के लिए कमाने सऊदी अरब गया था. लेकिन उसको क्या पता था कि सऊदी अरब जाने के कुछ सालों बाद उसका मालिक उसे अपने ही देश वापस आने नहीं देगा. पांच साल बीत जाने के बाद अब युवक अपने वतन वापस लौटना चाहता है. परिजनों को फोन करके वह उनसे वतन वापसी में मदद की गुहार लगाता है. युवक ने फोन पर परिजनों से बताया कि उसके मालिक ने वीजा भी रखा लिया है.
मिर्जापुर जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के उसका गांव के रहने वाले केदारनाथ बेरोजगार होने के कारण नौकरी की तलाश में था. इसी दौरान उसे एक एजेंट ने लाखों की कमाई का सपना दिखाकर पासपोर्ट बनवाकर पांच वर्ष पहले 2016 में सऊदी अरब भेज दिया. एजेंट ने युवक से कहा था कि उसे वहां बच्चों की देखभाल करने की नौकरी मिल जाएगी. इसके एवज में उसे अच्छा पैसा मिलेगा. लेकिन एक सप्ताह पहले पत्नी के पास फोन आया. फोन पर रोते हुए युवक ने कहा कि यहां आकर फंस गया हूं. हमें अपने देश लौटना है .लेकिन लौटने नहीं दिया जा रहा है. पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. 15 सौ रुपये प्रति महीने वेतन की बात करके नौकरी दी गई थी, लेकिन एक हजार दे रहे हैं. छह माह से वेतन नहीं मिला है.
परिवार वाले सरकार से लगा रहे हैं गुहार
सऊदी अरब काम करने गया युवक वहां पर पिछले पांच वर्षों से फंसा हुआ है. युवक परिजनों से भारत वापस के लिए गुहार लगा रहा है. लेकिन अभी तक युवक की वापसी नहीं हो पायी है. बेबस पत्नी मीना और बच्चे अब मोदी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं केदार के चाचा केशव बताते हैं कि उससे जबरदस्ती भेड़ बकरी चराने के साथ ही खेती करवाई जा रही है. एक साल काम किया तीन साल का उसका वीजा था. साल भर बाद ही उसको परेशान किया जाने लगा. परिजनों ने एजेंट पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है.