मिर्जापुर: वर्तमान युग को भले ही विज्ञान युग कहा जाता हो, लेकिन आज भी भूत प्रेतों की दुनिया के बारे में लोगों का विश्वास कायम है. इन दिनों दो जिलों के बीच 'आत्मा की पुकार' चर्चा में बनी हुई है. दरअसल, चंदौली जिले के एक स्कूल के नल पर पानी पीने के समय एक छात्र बीते 29 अगस्त को बेहोश हो गया था. होश में आने पर उसने 11 साल पुराने एक छात्र की उसी जगह पर हत्या और शव होने की कहानी सुनाई. इसके बाद हड़कंप मच गया. सूचना पाकर 11 साल पहले लापता हुए उस बच्चे के परिजन भी अपने लाल को तलाशने के लिए पुलिस के पास पहुंच गए. पुलिस ने भी 'आत्मा' के सुराग पर गुमशुदगी और हत्या की पड़ताल में जुट गई है.
जानें पूरा मामला
- जिले में अंधविश्वास का एक मामला सामने आया है. दरअसल, 11 साल पहले एक बच्चा स्कूल से गायब हो गया था, जिसके बाद उसका पता नहीं चल सका.
- वहीं अचानक उसी स्कूल के एक बच्चे की तबीयत खराब हुई और उसके बाद वह 11 साल पहले गायब हुए बच्चे की हत्या का राज बताने लगा.
- फिलहाल पूरा मामला भूत प्रेत का बताया जा रहा है.
- मिर्जापुर के जमालपुर थाना क्षेत्र के विसौरा कलां गांव की रहने वाली गीता देवी चंदौली जनपद के आर्यन पब्लिक स्कूल में परिचारिका हैं.
- स्कूल और विसौरा कलां गांव मिर्जापुर-चंदौली के बॉर्डर पर स्थित है.
- 29 अगस्त को उसके भतीजे सुनील को अचानक दौरा आया और वह बेहोश हो गया.
- होश में आने के बाद सुनील चीखने-चिल्लाने लगा कि मैं गीता का लड़का हूं.
- स्कूल प्रबंधक ने 2008 में मुझे मारकर शौचालय के पास जमीन में दफन कर दिया था.
- महिला गीता देवी ने बताया कि 2008 में पुत्र सतेंद्र 22 वर्ष के गायब होने की गुमशुदगी उसने जमालपुर थाने पर दर्ज कराई गई थी.
- लेकिन बेटे का कहीं पता नहीं चल पाया था. 11 साल बाद पुलिस ने जांच की और उसकी रिपोर्ट भेज दी है.
क्या कहना है पीड़ित सुनील का
जब से हम इस स्कूल में एडमिशन लिए हैं, बार-बार मुझे नल की तरफ जाने का इच्छा करती थी. जब मैं नल पर पानी पीने के लिए गया तो वहां मेरी तबीयत खराब हो गई. इसके बाद हमें घर लाया गया. क्या-क्या हुआ इसकी मुझे बहुत जानकारी नहीं है, लेकिन घर वाले बता रहे हैं कि तुम गुमशुदा के बच्चे के बारे में पूरी बात बता रहे थे.
2008 का यह मामला है. प्रबंधक मुझे गलत नियत से देख रहे थे. मेरे बच्चे को गुस्सा आ गया तो उसने दो झाड़ू जड़ दिया था. उस समय प्रबंधक ने कहा था तुम्हें मार डालूंगा. तीन दिन बाद मुझे टिफिन लेने के लिए भेजा. जब मैं गई टिफिन लेकर आई तो देखा मेरा बच्चा नहीं था. मैंने पूछा तो बोले मुझे नहीं पता है. इसके बाद हमने गुमशुदा की रिपोर्ट जमालपुर थाने में दर्ज कराई. इतने साल बाद जब सुनील की तबीयत खराब हुई तो यह पूरी बात और कहानी बताने लगा.
-गीता, गुमशुदा बच्चे की मां
जांच हो चुकी है रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है. जैसा भी होगा कार्रवाई की जाएगी. यह 2008 का मामला है. चंदौली और मिर्जापुर जनपद के बॉर्डर पर चंदौली में स्कूल है, जिससे चंदौली में कार्रवाई बनती है. फिलहाल मुकदमा यहां दर्ज था, उसकी जांच की जा रही है.
-अवधेश पांडे ,पुलिस अधीक्षक