मिर्जापुर: सरकार हर साल स्वास्थ्य विभाग के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन फिर यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर ही नजर आती है. ताजा मामला मिर्जापुर जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां पर मिर्जापुर-सोनभद्र एमएलसी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने शुगर की जांच कराई, तो रिपोर्ट गलत आ गई. यही नहीं उनके सामने एक दो लोगों की और जांच कराई गई, उनकी भी रिपोर्ट गलत आई.
एमएलसी श्याम नारायण सिंह ने कहा कि मशीन खराब है, जो सप्लाई दे रहा है उसे बताया जाए और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि इसमें आप लोगों की गलती नहीं है. मशीन ही गलत रिपोर्ट बता रहा है, इसके हिसाब अगर दवा खाएंग तो बीमार पड़ जाएंगे. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने पहले कहा कि सही है, जब गलत रिपोर्ट आने शुरू हो गई तो कहा कि कई बार विभाग से कहा गया, लेकिन अभी तक नहीं मिल पाई है.
दरअसल, विकास खंड मझवां के नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमुआ पर 15 जनवरी को मेडिकल कैंप लगा था. वहां पर लोगों के शुगर और बीपी की जांच हो रही थी. एमएलसी विनीत सिंह अचानक वहां निरीक्षण करने पहुंच गए. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के बाद एमएलसी ने कहा कि मैं भी जांच कराकर देखना चाहता हूं. डॉक्टरों ने ब्लड सैंपल की जांच की और एमएलसी का शुगर लेवल 187 बता दिया.
इसके बाद विनीत सिंह ने कहा कि यह मशीन तो गलत रिपोर्ट दे रही है, तब चिकित्सकों ने कहा कि मशीन ठीक है. फिर वहीं दूसरे व्यक्ति की जांच हुई, तो उनका शुगर लेवल सिर्फ 44 आया. वहां मौजूद लोगों ने कहा कि इसी तरह से इलाज ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है. आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि स्वास्थ्य विभाग गरीबों के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ करने में जुटा हुआ है. अच्छे भले इंसान को बीमार कर रहा है.