मिर्जापुर: महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. अब मिर्जापुर की महिलाएं एलोवेरा और ड्रैगन फ्रूट की खेती कर अपने आय में वृद्धि करने जा रही हैं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन अंतर्गत उद्यान विभाग ने विसुंदरपुरम में महिला समूह को प्रशिक्षण और पौधे वितरण के कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में पहुंचे ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने कहा कि किसान कहीं पर भी हड़ताल, धरना-प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. किसान के बीच में कुछ लोग हैं, जो अपने स्वार्थ के लिए रोटी सेक रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में किसानों की आय दुगनी हो रही है.
ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह ने महिलाओं को बांटे पौधे. ऐलोवेरा और ड्रैगन फ्रूट की खेती करेंगी महिलाएंउद्यान विभाग ने हलिया क्लस्टर के महिला समूह के महिलाओं के प्रशिक्षण एवं एलोवेरा और ड्रैगन फ्रूट वितरण बुधवार को विसुन्दरपुर में किया गया. मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने समूह की महिलाओं को ड्रैगन फ्रूट के पौधे और एलोवेरा के पौधे वितरितकिया. कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं का कहना है कि अब पुरानी खेती को छोड़कर नई खेती करेंगी.
किसानों के हित में काम कर रही सरकार
21 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों पर ऊर्जा राज्य मंत्री ने कहा कि किसान का जो आंदोलन हो रहा है या जो दिखाया जा रहा है वह कुछ नहीं है. किसान के बीच में कुछ लोग जाकर अपने स्वार्थ के लिए रोटी सेक रहे हैं. हम लोग किसान परिवार से हैं और किसान की पीड़ा को जानते हैं. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में किसानों की आय दुगनी हो रही है. किसानों के बीच में जा रहे हैं और उनकी पीड़ा को अच्छी तरह से जानते हैं. सरकार किसानों के हित में काम कर रही है. किसानों की आय दुगनी करने के लिए चौपाल, मेला, कृषि गोष्ठी और कृषि वैज्ञानिकों के साथ लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है.
सैकड़ों महिलाओं को वितरित किए गए पौधे
हलिया ब्लाक से आई स्वयं सहायता समूह की सैकड़ों महिलाएं अब एलोवेरा और ड्रैगन फ्रूट की खेती करने जा रही हैं. इन सभी महिलाओं को राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के हाथों पौधा दिया गया. पहले यह महिलाएं धान और गेहूं की खेती करती थीं. जिसमें इनकम कम हुआ करता था और कास्ट ज्यादा आता था. अब इस खेती में नए तरीके से करने से इनको इनकम ज्यादा होगा लेबर खर्च भी कम होगा.