मिर्जापुर: लॉकडाउन के दौरान कई ऐसे कोरोना वारियर्स हैं, जो लोगों के लिए इस मुसीबत की घड़ी में मसीहा बने हैं. सोनभद्र से मिर्जापुर में इलाज कराने आए बुजुर्ग दंपति लॉकडाउन के दौरान पैसे खत्म होने के कारण फंस गए. पैसे खत्म होने के कारण तीन दिनों तक खाना नहीं मिला तो बुजुर्ग दंपति मदद मांगने रेलवे सुरक्षा बल के जवानों के पास पहुंचे. अब आरपीएफ द्वारा बुजुर्ग दंपति को हर रोज खाना उपलब्ध कराई जा रही है.
लॉकडाउन में फंसे बुजुर्ग दंपति के लिए रेलवे सुरक्षा बल ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. रेलवे स्टेशन पर उनके दोनों टाइम के भोजन का इंतजाम स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ द्वारा किया जाता है. दरअसल पड़ोस के जनपद सोनभद्र के राबर्ट्सगंज के रहने वाले यह बुजुर्ग दंपति राजकुमार और अनीता देवी निजी अस्पताल में इलाज कराने लिए पिछले दो महीने से मिर्जापुर में रहे हैं. यह दोनों लोग स्टेशन के बाहर किराए पर कमरा लेकर उसी में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे थे.
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अचानक लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद दोनों यहीं फंस गए. इलाज के पैसे खत्म होने के बाद दोनों के सामने खाने को लेकर संकट खड़ा हुआ. इस बीच परेशान होने के बाद मदद मांगने के लिए यह दंपति रेलवे स्टेशन पर पहुंचे. वहां पर मौजूद आरपीएफ के जवानों को अपनी पीड़ा बताते हुए मदद मांगी. इसके बाद अब आरपीएफ के जवानों ने मदद करते हुए हर रोज खाना दोनों समय के व पैसे की मदद कर रहे हैं.
आरपीएफ थाना प्रभारी कहना है कि यह बुजुर्ग दंपति यहां आकर अपनी बात बताएं, जिसके बाद से इनकी मदद की जा रही है. जब तक यह रहेंगे तब तक इनको खाने-पीने की कोई परेशानी नहीं होगी. इसके अलावा हम लोग प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को खाना खिलाने आसपास इलाकों में जाते हैं.