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किशोरी से हुए रेप के मामले में SP ने गठित की SIT, न्याय न मिलने पर घर से लापता हुई थी पीड़िता

मिर्जापुर में दुष्कर्म पीड़िता ने न्याय नहीं मिलने पर सोसाइड लेटर लिखकर घर से लापता हो गई थी. घटना के बाद परिजनों ने सीओ पर मुकदमे में कोई कार्रवाई न करने और आरोपियों को छोड़ने का आरोप लगाया है.

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न्याय न मिलने पर दुष्कर्म पीड़िता ने लिखा सुसाइड लेटर
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Published : Oct 5, 2022, 10:44 PM IST

मिर्जापुर: रेप के बाद सुसाइड नोट लिखकर घर से लापता हुई किशोरी के केस की जांच के लिए एसपी ने SIT गठित की है. एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने (SP Santosh Kumar Mishra) बताया कि वह स्वयं जांच कर रहे हैं. एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी (SIT) का गठन कर पूरे मामले की जांच की जा रही है. जो भी पुलिस कर्मी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मामले में पुलिस द्वारा मुकदमे में एफआर लगाए जाने के बाद उसे भी खोला जा रहा है. एक-दो दिन में बड़ी कार्रवाई पुलिस वालों के खिलाफ की जाएगी.

ये है मामला
थाना कछवा (Thana Kachhwa) क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता न्याय नहीं मिलने पर सुसाइड नोट छोड़कर घर से लापता हो गई. रेप पीड़िता के परिडजनों का आरोप है कि पीड़िता पुलिस द्वारा आरोपियों को छोड़ने की कार्रवाई से आहत थी. पीड़िता द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट की एक प्रति घर में और दूसरी प्रति पुल के पास मिली है. परिजनों ने आरोप लगाया कि पीड़िता को थाने से लेकर एसपी कार्यालय तक दौड़ाया गया. पीड़ित पक्ष ने सीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

बता दें कि कछवा थाना क्षेत्र में एक सितंबर 2022 को दुष्कर्म पीड़िता घर में सुसाइड नोट छोड़कर लापता हो गई. लड़की की तलाश में जुटे परिजनों को एक सुसाइड लेटर घर के किचन में मिलने के बाद सकते में आ गए, सुसाइड लेटर में लिखा था कि "मुझे माफ करना अब मैं जीना नहीं चाहती हूं". इसलिए सुसाइड करने जा रही हूं. मुझे पता है कि मेरी वजह से आप लोगों को बड़ी तकलीफ हुई है. लेकिन अब नहीं चाहती हूं कि कोई तकलीफ हो. पत्र में लिखा था कि बरैनी गंगा नदी पुल पर कुछ छोड़ दूंगी ले लेना. परिजन जब पुलिस को लेकर बरैनी पुल पर पहुंचे, तो वहां लड़की का समान, कपड़े और एक सुसाइड नोट मिला. जिसमें लिखा था कि मुझे न्याय चाहिए. मेरे साथ गलत हुआ है कुछ लड़कों ने किया है. उसका नाम आशीष है, पुलिस वालों ने 4 दिन रखकर उसे छोड़ दिया है, ऐसा क्यों किया.

यह भी पढ़ें- SP ने रेप पीड़िता को डांटकर भगाया, न्याय न मिलने पर लगाई फांसी

पीड़ित पक्ष के मुताबिक, 25 जून को आशीष यादव नाम का युवक उनकी नाबालिग बेटी को शादी का झांसा देकर चुनार किला घुमाने ले गया था. इसी दौरान उसने दुष्कर्म किया. आरोपी ने दो दिनों तक किशोरी को चुनार में रखने के ट्रेन में बैठा दिया. इसके बाद पुलिस ने लड़की को कानपुर से बरामद किया था. इसके बाद 2 जुलाई 2022 को पीड़ित लड़की की तहरीर पर कछवा थाने में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें मुख्य आरोपी आशीष यादव और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन 4 दिनों बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को छोड़ दिया.


यह भी पढ़ें- बुजुर्ग की हत्या कर शौचालय की टंकी में छुपाया शव, पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों ने हत्यारोपी को पीटा

मिर्जापुर: रेप के बाद सुसाइड नोट लिखकर घर से लापता हुई किशोरी के केस की जांच के लिए एसपी ने SIT गठित की है. एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने (SP Santosh Kumar Mishra) बताया कि वह स्वयं जांच कर रहे हैं. एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी (SIT) का गठन कर पूरे मामले की जांच की जा रही है. जो भी पुलिस कर्मी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मामले में पुलिस द्वारा मुकदमे में एफआर लगाए जाने के बाद उसे भी खोला जा रहा है. एक-दो दिन में बड़ी कार्रवाई पुलिस वालों के खिलाफ की जाएगी.

ये है मामला
थाना कछवा (Thana Kachhwa) क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता न्याय नहीं मिलने पर सुसाइड नोट छोड़कर घर से लापता हो गई. रेप पीड़िता के परिडजनों का आरोप है कि पीड़िता पुलिस द्वारा आरोपियों को छोड़ने की कार्रवाई से आहत थी. पीड़िता द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट की एक प्रति घर में और दूसरी प्रति पुल के पास मिली है. परिजनों ने आरोप लगाया कि पीड़िता को थाने से लेकर एसपी कार्यालय तक दौड़ाया गया. पीड़ित पक्ष ने सीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

बता दें कि कछवा थाना क्षेत्र में एक सितंबर 2022 को दुष्कर्म पीड़िता घर में सुसाइड नोट छोड़कर लापता हो गई. लड़की की तलाश में जुटे परिजनों को एक सुसाइड लेटर घर के किचन में मिलने के बाद सकते में आ गए, सुसाइड लेटर में लिखा था कि "मुझे माफ करना अब मैं जीना नहीं चाहती हूं". इसलिए सुसाइड करने जा रही हूं. मुझे पता है कि मेरी वजह से आप लोगों को बड़ी तकलीफ हुई है. लेकिन अब नहीं चाहती हूं कि कोई तकलीफ हो. पत्र में लिखा था कि बरैनी गंगा नदी पुल पर कुछ छोड़ दूंगी ले लेना. परिजन जब पुलिस को लेकर बरैनी पुल पर पहुंचे, तो वहां लड़की का समान, कपड़े और एक सुसाइड नोट मिला. जिसमें लिखा था कि मुझे न्याय चाहिए. मेरे साथ गलत हुआ है कुछ लड़कों ने किया है. उसका नाम आशीष है, पुलिस वालों ने 4 दिन रखकर उसे छोड़ दिया है, ऐसा क्यों किया.

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पीड़ित पक्ष के मुताबिक, 25 जून को आशीष यादव नाम का युवक उनकी नाबालिग बेटी को शादी का झांसा देकर चुनार किला घुमाने ले गया था. इसी दौरान उसने दुष्कर्म किया. आरोपी ने दो दिनों तक किशोरी को चुनार में रखने के ट्रेन में बैठा दिया. इसके बाद पुलिस ने लड़की को कानपुर से बरामद किया था. इसके बाद 2 जुलाई 2022 को पीड़ित लड़की की तहरीर पर कछवा थाने में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें मुख्य आरोपी आशीष यादव और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन 4 दिनों बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को छोड़ दिया.


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