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मिर्जापुर: थम गए एंबुलेंस 102 के पहिये, गर्भवती महिलाओं को हो रही परेशानी - mirzapur news

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एंबुलेंस सेवा 102 के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक वह हड़ताल जारी रखेंगे. वहीं 102 सेवा के ठप होने के बाद मरीजों और खासकर गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है.

मिर्जापुर
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे कर्मचारी
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Published : Jun 30, 2020, 12:38 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर: एंबुलेंस कर्मचारी इन दिनों अपनी कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. कर्मचारी सोमवार से जिला अस्पताल परिसर में अपनी मांगों को लेकर 102 की सभी गाड़ियां खड़ी कर प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारी संगठन के जिला उपाध्यक्ष ने बताया कि हमारी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन कोई भी जिम्मेदार गंभीर नहीं दिख रहा है. ऐसे में संगठन ने रविवार शाम से 102 एंबुलेंस संचालन रोक दिया है.

वहीं संचालन ठप होने से खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल आने-जाने में परेशानी हो रही है. फिलहाल इमरजेंसी के लिए 108 सेवाएं दे जा रही हैं. उनका कहना है कि हमारी मांगे नहीं पूरी होंगी, तो यह हड़ताल अनिश्चितकाल तक चलेगी. जनपद मिर्जापुर में 102 की 30 एंबुलेंस संचालित हैं. इनमें से करीब 100 कर्मचारी ने एंबुलेंस खड़ी कर आंदोलन कर रहे हैं. संगठन जिला उपाध्यक्ष ने बताया कि जिले में 108 की 35 एंबुलेंस हैं, इनकी सेवाएं अभी भी चल रही हैं.

पूरे प्रदेश में 102 की 2200 गाड़ियां हैं, जिसमें से 30 गाड़ियां मिर्जापुर में चलाई जा रही हैं. पूरे प्रदेश के साथ ही मिर्जापुर में भी गाड़ियां खड़ी कर दी गई हैं. करीब 100 कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह से स्ट्राइक कर रहे हैं. वहीं इमरजेंसी सेवा 108 से ली जा रही है. उन्होंने बताया कि हम लोगों की सैलरी टाइम से नहीं मिल रही है. जो मिल रही है वह भी कट के आ रही है. कई बार कंपनी से लिखित शिकायत की गई, फिर भी कंपनी नहीं मान रही है.

कर्मचारियों की शिकायत है कि हम लोग 8 साल से काम कर रहे हैं. इसके बावजूद ग्रेजुएटी समाप्त कर दी गयी है. 2019 में बिना हस्ताक्षर के नया एंपलाई दिखा दिया गया है. हम लोगों की हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए चलेगी. साथ ही इसमें भ्रष्ट अधिकारी हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो. जिन्हें टर्मिनेट कर दिया गया है उनके नाम से भी यह अधिकारी सैलरी ले रहे हैं.

बता दें कि 102 एंबुलेंस गाड़ियों का प्रयोग गर्भवती महिलाओं को घर से लाकर अस्पताल छोड़ना और अस्पताल से फिर उन्हें सुरक्षित घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी रहती है. इसके अलावा जिला अस्पताल आने जाने वाले लोगों के लिए भी 102 एंबुलेंस काफी मदद करती है. हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को अस्पताल लाने और स्वस्थ होने के बाद इन्हें घर छोड़ने में परेशानी हो रही है. कोरोना वायरस के चलते 108 से कर्मचारी इमरजेंसी सेवाएं दे रहे हैं. उनका कहना है कि यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो यह अनिश्चितकालीन हड़ताल चलता रहेगा.

मिर्जापुर: एंबुलेंस कर्मचारी इन दिनों अपनी कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. कर्मचारी सोमवार से जिला अस्पताल परिसर में अपनी मांगों को लेकर 102 की सभी गाड़ियां खड़ी कर प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारी संगठन के जिला उपाध्यक्ष ने बताया कि हमारी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन कोई भी जिम्मेदार गंभीर नहीं दिख रहा है. ऐसे में संगठन ने रविवार शाम से 102 एंबुलेंस संचालन रोक दिया है.

वहीं संचालन ठप होने से खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल आने-जाने में परेशानी हो रही है. फिलहाल इमरजेंसी के लिए 108 सेवाएं दे जा रही हैं. उनका कहना है कि हमारी मांगे नहीं पूरी होंगी, तो यह हड़ताल अनिश्चितकाल तक चलेगी. जनपद मिर्जापुर में 102 की 30 एंबुलेंस संचालित हैं. इनमें से करीब 100 कर्मचारी ने एंबुलेंस खड़ी कर आंदोलन कर रहे हैं. संगठन जिला उपाध्यक्ष ने बताया कि जिले में 108 की 35 एंबुलेंस हैं, इनकी सेवाएं अभी भी चल रही हैं.

पूरे प्रदेश में 102 की 2200 गाड़ियां हैं, जिसमें से 30 गाड़ियां मिर्जापुर में चलाई जा रही हैं. पूरे प्रदेश के साथ ही मिर्जापुर में भी गाड़ियां खड़ी कर दी गई हैं. करीब 100 कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह से स्ट्राइक कर रहे हैं. वहीं इमरजेंसी सेवा 108 से ली जा रही है. उन्होंने बताया कि हम लोगों की सैलरी टाइम से नहीं मिल रही है. जो मिल रही है वह भी कट के आ रही है. कई बार कंपनी से लिखित शिकायत की गई, फिर भी कंपनी नहीं मान रही है.

कर्मचारियों की शिकायत है कि हम लोग 8 साल से काम कर रहे हैं. इसके बावजूद ग्रेजुएटी समाप्त कर दी गयी है. 2019 में बिना हस्ताक्षर के नया एंपलाई दिखा दिया गया है. हम लोगों की हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए चलेगी. साथ ही इसमें भ्रष्ट अधिकारी हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो. जिन्हें टर्मिनेट कर दिया गया है उनके नाम से भी यह अधिकारी सैलरी ले रहे हैं.

बता दें कि 102 एंबुलेंस गाड़ियों का प्रयोग गर्भवती महिलाओं को घर से लाकर अस्पताल छोड़ना और अस्पताल से फिर उन्हें सुरक्षित घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी रहती है. इसके अलावा जिला अस्पताल आने जाने वाले लोगों के लिए भी 102 एंबुलेंस काफी मदद करती है. हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को अस्पताल लाने और स्वस्थ होने के बाद इन्हें घर छोड़ने में परेशानी हो रही है. कोरोना वायरस के चलते 108 से कर्मचारी इमरजेंसी सेवाएं दे रहे हैं. उनका कहना है कि यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो यह अनिश्चितकालीन हड़ताल चलता रहेगा.

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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