मिर्जापुर : देश के सबसे बड़े इंडियन ऑयल टर्मिनल का पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शिलान्यास किया. मिर्जापुर में सदर तहसील के हिनौती गांव में बनने वाले ऑयल टर्मिनल के लिए पीएम ने वर्चुअल मोड में वाराणसी से शिलान्यास किया. इस दौरान हिनौती गांव में ही एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मौजूद रहीं. उन्होंने कहा कि इससे 15 जिले के लोगों को लाभ मिलेगा.
मिर्जापुर को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के प्रयास से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बड़ी सौगात दी. देश के सबसे बड़े इंडियन ऑयल टर्मिनल का पीएम मोदी ने वाराणसी से वर्चुअल मोड में शिलान्यास किया. सदर तहसील में डगमगपुर के हिनौती गांव में बनने वाले टर्मिनल की क्षमता एक लाख 39 हजार 290 लीटर होगी. 1076 करोड़ की लागत से 2026 तक बनकर यह तैयार होगा. शिलान्यास के बाद केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के कहा कि जनपद को आज एक बड़ी सौगात मिली है. 92 एकड़ में यह टर्मिनल 2026 तक बनकर तैयार होगा. यह देश का सबसे बड़ा भंडारण टर्मिनल होगा. टर्मिनल स्थापित हो जाने से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होगा.
टर्मिनल बनाने के लिए पिछले कार्यकाल में मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी. अनुप्रिया के दूसरे कार्यकाल में सोमवार को इसका शिलान्यास हुआ. हिनौती गांव में लगभग सौ एकड़ जमीन पर इंडियन ऑयल टर्मिनल स्थापित हो जाने से 5000 प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है. यहां से रोजाना 500 टैंक की आपूर्ति की जाएगी. मुगलसराय और प्रयागराज स्थित इंडियन ऑयल टर्मिनल घनी आबादी के बीच हैं. मुगलसराय टर्मिनल की क्षमता 98000 और प्रयागराज टर्मिनल की क्षमता 50 हजार किलोलीटर क्षमता हैं. मिर्ज़ापुर में बनने जा रहे इंडियन ऑयल टर्मिनल की क्षमता एक लाख 39 हजार 290 किलोलीटर होगी. इससे मिर्ज़ापुर के साथ आसपास के 15 जनपदों को लाभ मिलेगा.
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