मिर्जापुर : जिले में सड़कों की हालत खस्ता हो गई हैं. आरटीओ ऑफिस, पीएससी और स्टेडियम को जोड़ने वाली सड़क मरम्मत की राह देख रही है. राहगीरों के साथ अधिकारी सड़कों पर बिखरी गिट्टी और जगह जगह गड्ढे में लगे पानी के बीच से सफर करने के लिए विवश हैं. सालों से पड़ी जर्जर सड़क को स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी मरम्मत के बारे में सोचते भी नहीं हैं.
मिर्जापुर में सड़कों की हालत बदहाल आरटीओ ऑफिस, पीएससी और स्टेडियम जाने वाली सड़क बदहालनेशनल हाईवे सात से सड़क छोड़ते ही पीएससी गेट से आरटीओ ऑफिस होते हुए जसोवर बरकछा जाने वाली सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है. आरटीओ ऑफिस के स्टाफ,स्टेडियम में जाने वाले खिलाड़ी और अधिकारी के साथ पीएसी के जवान इस उबड़ खाबड़ सड़क से जाने को मजबूर हैं. जगह जगह जर्जर सड़क पर उड़ रही धूल और गड्ढे में लगे पानी से गुजरना खतरे से खाली नहीं है. इस मामले में जब अन्नपूर्णा राइस मिल से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले में मैं कुछ भी नहीं बोल पाऊंगा. क्षेत्र में सड़क खराब होने की वजह से जब नगरपालिका अध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने कैमरे पर बोलने से इंकार कर दिया.जगह जगह जर्जर सड़क पर उड़ रही धूल और गड्ढे में लगे पानी से गुजरना खतरे से खाली नहीं है. सड़क खराब होने की वजह अन्नपूर्णा राइस मिल
सालों से सड़क पर उड़ रही धूल को लेकर राहगीर और स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सड़क जसोवर और बरकछा को जोड़ती है. सैकड़ों गाड़ियों के साथ साइकिल और पैदल लोग आते और जाते हैं. यही नहीं इसके अलावा आरटीओ ऑफिस ,स्टेडियम और पीएससी के स्टाफ भी इसी रास्ते से जाने को मजबूर है. इसके बावजूद भी इस सड़क को बनवाया नहीं जा रहा है. मिर्जापुर जिले में सड़कें बदहाल पड़ी हैं. लोगों को इससे कई दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जब से यहां अन्नपूर्णा राइस मिल लगी हुई है, इनकी बड़ी-बड़ी गाड़ियां धान और चावल ले जाने की वजह से सड़क खराब हो जाती है. सड़क किनारे हमारे बच्चे गड्ढे में कभी गिर जाते हैं. वहीं उड़ रही धूल से लोग परेशान हैं. यहां तक कि कभी-कभी राहगीर भी गिरकर चोटिल होते हैं. कई बार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.