मिर्जापुर: चैत्र नवरात्र की शुरुआत शनिवार से हो गई है. 8 दिनों तक चलने वाले इस नवरात्र में भक्त मां शक्ति की उपासना करते हैं. साथ ही नवरात्र में मां की आराधना कर अपने मनोवांछित फल की प्राप्ति करते हैं. नवरात्र के प्रारंभ होते ही देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. वहीं नवरात्र को लेकर विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु लंबी-लंबी कतारें लगाकर मां के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे है.
मिर्जापुर स्थित विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासिनी के मंगला आरती के बाद नवरात्र प्रारंभ होता है. दरअसल, विंध्याचल एक सिद्ध पीठ है. लोगों का कहना है कि यहां पर नवरात्र में मां के दर्शन मात्र से ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. साथ ही मां से मांगने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
नवरात्र में देश भर से लाखों लोग विंध्याचल धाम में मां के दर्शन पूजन करने आते हैं और 8 दिनों तक क्षेत्र में निवास करते हैं. नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होती है कहते हैं कि उनकी स्तुति मात्र से मनुष्य के सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.
नवरात्रि के पहले दिन मां का दर्शन करने का अपना अलग ही महत्व है. इसलिए इस दिन विंध्याचल मां का दर्शन पाने के लिए लोग रात से ही लंबी-लंबी कतारों में लग जाते है. इस दौरान भक्त हाथ में नारियल चुनरी लेकर खड़े रहते हैं और मां के जयकारे लगाकर मां की भक्ति में डूबे रहते हैं.
पूरे मेला क्षेत्र को सुरक्षा के दृष्टिकोण से 8 जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है. हर सेक्टर में सेक्टर प्रभारी लगाए गए हैं इसके साथ ही पुलिस और पीएसी के जवान भी भारी मात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं. पूरे नवरात्र तक विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर अप और डाउन सभी ट्रेनों का ठहराव किया गया है. विंध्याचल धाम में देश नहीं प्रदेश के कोने से भी कोई भी यात्री पहुंचकर मां के दर्शन पूजन कर सकता है.