मिर्जापुर: जिले में धान की धीमी गति से किसान परेशान थे. ऐसे में किसानों की परेशानी को देखते हुए जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल ने धान खरीद के लिए पुनः लक्ष्य निर्धारित किया है. साथ ही जिले में 65 जगहों 94 क्रय केंद्र बनाए गए हैं. जहां 2,61,250 मैट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, ताकि किसान अपनी धान की फसल आसानी से बेच सकें.
धान खरीद के लिए बढ़ाए गए लक्ष्य
धान खरीद के लिए जनपद में नए लक्ष्य के अनुसार 18 खाद्य विभाग, 5 सहकारी समितियां और 12 कृषक उत्पादक कंपनी के क्रय केंद्रों पर एक लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है. वहीं यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के 290 केंद्रों पर 50 मीट्रिक टन, यूपी एग्रो के 10 केंद्रों पर 13,000 मीट्रिक टन, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ के 15 क्रय केंद्रों पर 50 हजार मीट्रिक टन, भारती राष्ट्रीय सहकारी संघ के 12 केंद्रों पर 40 हजार मीट्रिक टन, भारतीय खाद निगम के एक क्रय केंद्र पर 50 हजार मीट्रिक टन और मंडी समिति के एक क्रय केंद्र पर 3,250 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है. धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाए जाने से जिले के किसानों को काफी फायदा मिलेगा.
किसानों को धान क्रय केंद्रों तक लेकर आएंगे किसान
किसानों की परेशानी को देखते हुए सभी उप जिलाधिकारियों से कहा गया है कि क्षेत्रीय लेखपाल किसानों को क्रय केंद्रों तक लाने का काम करेंगे. जिससे सही समय पर किसानों के धान की फसल बिक सके. लेखपाल अपने-अपने क्षेत्र के लघु और सीमांत किसानों को क्रय केंद्र पर लाने का काम करेंगे. साथ ही किसी भी लघु और सीमांत किसानों द्वारा धान नहीं लेने की शिकायत मिलने पर संबंधित लेखपाल को जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी ने निर्धारित किया लक्ष्य
जनपद में कुल 94 धान क्रय केंद्र संचालित किए गए हैं. शासन की ओर से 2,61,250 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ धनंजय सिंह को निर्देश देते हुए कहा खाद्य विभाग से प्राप्त हुए लक्ष्य से भविष्य में खोले जाने वाले अतिरिक्त क्रय केंद्रों और संस्थाओं को निर्धारित किया जाएगा. सभी संस्था प्रभारी समय पर धान ना खरीदने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. किसी भी किसान को परेशान करने की जरूरत नहीं है. टोकन के आधार पर किसानों को बुलाकर उनका धान समय पर खरीदा जाए. वहीं एक किसान से एक बार में 75 क्विंटल तक ही धान लिया जाये.