मिर्जापुर: जिले में प्रदेश सरकार में पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी मां विंध्यवासिनी धाम पहुंचे. यहां उन्होंने सभी पर्यटन स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया. सबसे पहले मंत्री ने अष्टभुजा डाक बंगला पर अधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक की, इसके बाद मोतिया झील, भैरव कुंड, अष्टभुजा मंदिर, कालिखोह मंदिर, मां विन्ध्वासिनी मंदिर के दर्शन करते हुए, तमाम पर्यटन क्षेत्रों का भ्रमण किया. कालिखोह मंदिर और अष्टभुजा मंदिर के पास बन रहे रोपवे का भी निरीक्षण किया.
कहा जल्द हो रोपवे का काम पूरा
उन्होंने कहा रोपवे का काम जल्द से जल्द शुरू कराया जाए. मंत्री ने गंगा किनारे बन रहे घाटों का भी निरीक्षण किया. वहीं पत्रकारों से बात करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम की तरह मां विंध्यवासिनी धाम को भी विकसित किया जाएगा, इसके लिए 2021 लक्ष्य रखा गया है. विंध्याचल मंदिर का विकास यहां के सभी लोगों की सहमति से होगा, किसी का नुकसान नहीं होगा, यहां पर एक परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जाएगा.
तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. पार्किंग के निर्माण कार्य के साथ यहां श्रद्धालुओं को रहने की भी व्यवस्था की जाएगी. प्रदेश सरकार विंध्य क्षेत्र को पर्यटन के तौर पर विकास करने का योजना बना रही है. जो भी आवश्यकता होगा बजट के लिए सरकार पर्यटन के लिए देगी. लाखों श्रद्धालु विंध्याचल में दर्शन पूजन करने आते हैं उसको देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है. इस दौरान क्षेत्र के विधायक रत्नाकर मिश्रा ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, अपना दल (एस) के विधान परिषद सदस्य आशीष सिंह मौजूद रहे.