मिर्जापुरः मिर्जापुर की बेटियां देश का नाम रोशन कर रही हैं. जिले के कछवां थाना क्षेत्र की रहने वाली ज्योति यादव का महिला आईपीएल टी20 टूर्नामेंट के लिए सिलेक्शन हो गया है. ज्योति यादव का दिल्ली के डीएलसीएल क्वालिफिकेशन कैंपेन आयोजित किया गया था, उसमें ज्योति यादव का सिलेक्शन हुआ है. राजस्थान में 15 जनवरी को होने वाले इस टूर्नामेंट में वह खेलेंगी.
ज्योति ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं. ज्योति बेहद गरीब परिवार की हैं. उनका कहना है कि अच्छी एकेडमी मिल जाए, तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सफर तय कर सकतीं हैं. गौरतलब है कि इससे पहले मिर्जापुर की सानिया मिर्जा (फाइटर पायलट) और वैशाली वर्मा मिसेज इंडिया माई आइडेंटिटी 2022 का खिताब जीता.
बीसीसीआई इसी साल से महिला आईपीएल की शुरूआत करने जा रहा है. साथ ही देश भर में 'खेलो इंडिया खेलो' कैंपेन के जरिए टैलेंटेड प्लेयर्स की खोज की जा रही है. कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी आज भी ऐसे हैं, जो जरूरी सुविधाएं न मिलने पर भी अपने दम पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं. ऐसी ही एक टैलेंटेड महिला क्रिकेट खिलाड़ी ज्योति यादव हैं, जिनका दिल्ली डीएलसीएल में सलेक्शन हुआ है.
15 जनवरी 2023 को राजस्थान में होने वाले महिला आईपीएल T20 टूर्नामेंट में ज्योति यादव खेलेंगी. जून 2022 में दिल्ली के कंझावल में डीएलसीएल क्वालीफिकेशन कैंपेन आयोजित किया गया था, उसमें ज्योति अपने पिता के साथ पहुंची. ज्योति ने क्वालीफाइंग राउंड में ही सेलेक्टर्स को प्रभावित कर लिया. ज्योति दाएं हाथ की विस्फोटक बल्लेबाज के साथ ही तेज गेंदबाज भी हैं. इसको देखते हुए यूपी की ज्योति यादव को सेलेक्ट किया गया है.
मिर्जापुर जिले के कछवां थाना क्षेत्र के आहीं (तिवारी का पुरा) गांव की रहने वाली ज्योति यादव घर के काम के साथ जब भी मौका मिलता है हमेशा क्रिकेट खेलने में ही अपना समय बिताती हैं. पिता काशीनाथ यादव से क्रिकेट सीखती हैं. ज्योति लड़कों के साथ भी क्रिकेट खेलती हैं. पांच बहनों और एक भाई के बीच चौथे नंबर की ज्योति से परिवार को बहुत उम्मीदें हैं, लेकिन ज्योति की मजबूरी अब यह है कि उसने क्वालीफाई तो कर लिया है लेकिन आगे के ट्रैवल और रहने-खाने की व्यवस्था करने तक के पैसे उनके पास नहीं हैं. ज्योति का कहना है कि उनका सपना टीम इंडिया के लिए खेलना है, लेकिन बेहद गरीब होने की वजह से उन्हें हर कदम पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
ज्योति का कहना है कि गांव में न कोई क्रिकेट मैदान, न कोई क्रिकेट खेल सिखाने वाला, खिलाड़ी रहने के बावजूद भी ज्योति भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी स्मृति मंधाना से प्रेरित होकर क्रिकेट खेल रही हैं. ज्योति का सपना भारत की महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलना है. ज्योति पास तो क्रिकेट का किट तक नहीं है, लेकिन एक पुराने बल्ले और गेंद से वे रोजाना 4-5 घंटे प्रैक्टिस करती हैं. 9 साल से ही क्रिकेट खेल रही हैं.
ज्योति का कहना है कि 'पैसे की कमी के कारण प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है. एक बार प्रयागराज एकेडमी में गई थी. वहां पैसे न होने के कारण बाहर निकाल दिया गया था. केवल मोबाइल के यूट्यूब के द्वारा ही जो देखकर सीख जाती हूं. वहीं सीख रही हूं. एक रिश्तेदार के माध्यम से पता चला कि दिल्ली में सिलेक्शन हो रहा है. उनके कहने पर गई और वहां मेरा सिलेक्शन महिला आईपीएल टी20 टूर्नामेंट के लिए हुआ है. सरकार मदद कर दे तो हम भारत के लिए अच्छा मेडल लाएंगे'.