मिर्जापुर: जिले के सीआरपीएफ जवान राजेश कुमार सिंह का बोकारो में टावर बैंगन ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. अधिकारियों की मौजूदगी में सेना के वाहन से मंगलवार को जवान का शव पैतृक गांव ददरी में लाया गया. जवान के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने के लिए आस-पास के गांवों से हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी गई.
झारखंड धनबाद रेल मंडल के डुमरी बिहार से दनिया रेलवे स्टेशन तक जंगल में पैदल एलआरपी करते समय रेलवे ट्रैक चेक करने के दौरान इंजन की चपेट में आने से सीआरपीएफ जवान राजेश कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद इलाज के दौरान रांची में उनका निधन हो गया.
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गौरतलब है कि दादरी निवासी राजेश पटेल वर्ष 2004 में सीआरपीएफ में नियुक्त हुए थे. राजेश अपने चार भाइयों में सबसे बड़े थे. उनकी दो बेटी और एक बेटा हैं. अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय ददरी में शहीद जवान का स्टैचू और जवान के घर से नेशनल हाई-वे तक सड़क जवान के नाम से जानी जाएगी. ददरी रोड पर जवान के नाम गेट बनवाने की घोषणा भी की. इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक महेश सिंह अत्री, उपजिलाधिकारी विजय नारायण सिंह, लालगंज इंस्पेक्टर राम नारायण के साथ स्थानी नता और जनपद के नेताओं की प्रतिनिधि समेत हजारों लोग मौजूद रहे.
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