मिर्जापुर: अदलहाट थाना क्षेत्र के कोलउन्द गांव के पास सड़क निर्माण कम्पनी की लापरवाही से बड़ा हादसा होते-होते बच गया. यहां एक तीन मंजिला मकान रात में ढह गया. गनीमत रही कि घर में सो रहे परिवार के 14 सदस्य मकान गिरने से पहले बाहर निकल आए, जिससे सभी सुरक्षित बच गए. वहीं नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर सड़क बनाने वाली कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने तहरीर लेकर कार्रवाई करने की बात कहकर जाम खुलवाया.
दिलीप बिल्डिंग लिमिटेड की लापरवाही
दरअसल, नेशनल हाईवे-7 सड़क को वाराणसी से मध्यप्रदेश बॉर्डर तक फोर लेन बनाया जा रहा है. नारायणपुर के पास कोलउन्द गांव में सड़क के किनारे आलम और सरफराज के मकान बने हुए हैं. इस समय कोलउन्द गांव के पास दिलीप बिल्डिंग लिमिटेड (D B L) कम्पनी सड़क का निर्माण कर रही है. सड़क चौड़ीकरण का काम काफी समय से चल रहा है.
ग्रामीणों के अनुसार करीब तीन महीने पहले सड़क निर्माण कम्पनी ने गांव के पास बने नाले को रोक दिया था, जिससे बरसात के पानी की निकासी होती थी. करीब एक माह से लगातार बारिश हो रही है, जिससे मकान के आस-पास पानी जमा हो रहा था. कम्पनी के कर्मचारियों और अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बाद भी नाले को खोला नहीं गया, जिसके चलते मकान के तीन तरफ 4-5 फीट पानी जमा हो गया.
गुरुवार और शुक्रवार की मध्य रात्रि को परिवार के सभी सदस्य मकान में सो रहे थे, तभी मकान के पीछे की दीवार गिरने का पता चला. इसी समय पूरा परिवार घर से बाहर आ गया, जिससे इनकी जान बच गई. अब परिवार डर के साए में रहने को मजबूर हो गया है. पीड़ित परिवार ने अधिकारियों से शिकायत कर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.