मिर्जापुर: जननी सुरक्षा योजना के तहत गरीब गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. इस योजना का उद्देश्य जन्म के समय मां और नवजात की मृत्यु दर को कम करना है. इसके लिए सरकारी अस्पतालों में सरकार बच्चों की डिलीवरी को प्रोत्साहित कर रही है. जिले में जननी सुरक्षा योजना के तहत 2018-19 में 38 हजार 305 गर्भवती महिलाओं का सरकारी अस्पताल में प्रसव हुआ हैं.
जननी सुरक्षा योजना से महिलाओं को मिल रही राहत
- जननी सुरक्षा योजना भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा चलाया जा रहा है.
- इस योजना का प्रारंभ सरकार द्वारा 12 अप्रैल 2005 में किया गया था.
- जननी सुरक्षा का उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं को पंजीकृत स्वास्थ्य संस्थाओं में जन्म देने के लिए प्रोत्साहित करना है.
- इसके अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को प्रस्तुति कराने के लिए सहायता प्रदान की जाती है.
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ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दी जाती है आर्थिक सहायता
- गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य जांच और प्रसव के बाद देखभाल और निगरानी करने में सहायता मिलती है.
- ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं को डिलीवरी के समय 1400 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है.
- शहरी क्षेत्र में डिलीवरी के समय 1000 रुपये सहायता प्रदान की जाती है.
- जिले में 2018-19 में कुल 38305 गर्भवती महिलाओं का सरकारी अस्पतालों में प्रसव हुआ है.
- इसके लिए 5 करोड़ 26 लाख, 32000 गरीब महिलाओं में वितरण किया गया है.
इस योजना में जरूरी दस्तावेज गर्भवती महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना के लाभ के लिए अपना आधार कार्ड सरकारी अस्पताल की ओर से जारी डिलीवरी सर्टिफिकेट एवं महिलाओं का बैंक खाता नंबर जरूरी होता है. जिससे योजना की धनराशि उसके खाते में भेजी जा सके. सरकार के इस कदम से गरीब गर्भवती महिलाओं को लाभ दिया जा रहा है.