मिर्जापुर: मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद भी गायों की सही से देखभाल नहीं हो रही है. लालगंज थाना क्षेत्र के बकरछ गांव में मृत पशुओं का वीडियो बनाने गए पत्रकारों के साथ पूर्व प्रधान और उसके बेटे ने मारपीट की. पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि अवैध रूप से गोशाला में मृत पशुओं का वीडियो बनाने पर दबंगों ने मारपीट की है और जान से मारने की धमकी भी दी है. वहीं पुलिस ने वीडियो बनाने वाले पत्रकार की तहरीर पर मारपीट करने वालो के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है.
दरअसल, लालगंज थाना क्षेत्र के बरकछ गांव में सैकड़ों गायों को रख कर पूर्व प्रधान की देखरेख में एक अवैध गोशाला चलाई जा रही है. ग्राम सभा के नयेपुरवा मौजा से सटे क्षेत्र में असहाय गायों को भीषण ठंड और भूख से मरने के लिए खुले आसमान में छोड़ दिया जाता है. इसमें से 14 गायों के मरने का मामला प्रकाश में आने पर वहां पहुचे क्षेत्रीय पत्रकार जब इसका वीडियो बनाने लगे तो गांव के पूर्व प्रधान काशीनाथ पटेल और उसके लड़के ने पत्रकारों के साथ मारपीट की. साथ ही भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए उन्होंने जान से मारने की धमकी भी दी.
28 दिसम्बर को मृत मिले थे पशु
वीडियो बनाने गए पत्रकारों ने बताया कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि आए दिन यहां पर पशुओं की मौत हो रही है. इसी सूचना को लेकर हम लोग 28 दिसम्बर को वीडियो बनाने पहुंचे थे, जिसको लेकर पूर्व प्रधान और उसके बेटे ने भद्दी-भद्दी गालियां दीं और मारपीट किया. उन्होंने एसडीएम और पुलिस से गुहार लगाई, फिर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यहां अवैध रूप से गोशाला चलाई जा रही है. खुले आसमान के नीचे पशु रहते हैं. यही नहीं वन विभाग की जमीन को चारों तरफ पत्थर से बाउंड्री करके सैकड़ों पशुओं को यहां रखा जा रहा है. यह बात किसी अधिकारी तक नहीं पहुंच पा रही है.
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
घटना से आहत होकर पीड़ित पत्रकारों ने इसकी शिकायत की. एसडीएम जंग बहादुर ने मौके पर पहुंचकर कैद किए गए सभी पशुओं को छुड़वाया और कहा कि मामले में कार्रवाई की जाएगी. कोई खास कार्रवाई न होने से नाराज पत्रकारों ने लालगंज थाने पहुंच कर काफी जद्दोजहद की. इसके बाद पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर दो व्यक्तियों काशीनाथ और उसके बेटे लालेश्वर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. मामले में सीओ को जांच देकर रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की बात कही गई है.