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मिर्जापुर: खतरे के निशान को छुने की ओर गंगा, गांवों का संपर्क टूटा

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Published : Sep 17, 2019, 4:44 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में गंगा के बाढ़ का पानी गांवों में आने लगा है. गांवों में लोग बाढ़ से बचने के लिए घरेलू सामान और मवेशियों को सुरक्षित करने में जुटे हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने का यही सिलसिला रहा तो मंगलवार तक गंगा खतरे के निशान तक पहुंच जाएगी.

खतरे के निशान को पार करने की ओर गंगा

मिर्जापुर: जनपद में गंगा किनारे के तटवर्ती गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. गांवों में लोग बाढ़ से बचने के लिए घरेलू सामान और मवेशियों को सुरक्षित करने में जुटे हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने का यही सिलसिला रहा तो मंगलवार तक गंगा खतरे के निशान तक पहुंच जाएगी. सदर तहसील और चुनार तहसील के गंगा किनारे के गांव बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. कई गांव के फसले भी बाढ़ में डूब गई हैं.

खतरे के निशान को पार करने की ओर गंगा

खतरे के निशान को पार करने की ओर गंगा-

  • रविवार से लगातार बढ़ रहा गंगा का पानी अब गांवों में घुसने लगा है.
  • गंगा किनारे के गांवों में बाढ़ का आने से ग्रमीण चिंतिंत हैं.
  • चील्ह इलाके के हरसिंहपुरा और मल्लेपुर में बाढ़ के पानी से बचने के लिए ग्रामीण सुरक्षित जगह पहुंचाने में जुटे हुए हैं.
  • प्रशासन के नाव नहीं चलवाने के कारण ग्रामीण ट्यूब के सहारे खाना पहुंचाने के लिए मजबूर हैं.
  • गंगा किनारे मौजूद श्मशान घाट पूरी तरह से डूब चुका है.
  • जिले में खतरे का निशान 77.24 मीटर है.
  • वर्तमान में गंगा का पानी 76.7 मीटर है जो कि लगातार ढाई से तीन सेंटीमीटर तक हर घंटे बढ़ रहा है.
  • आशंका जताई जा रही है कि कल गंगा जिले में खतरे के निशान तक पहुंच सकती हैं.

सदर तहसील में 309 गांव और चुनार तहसील में 184 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं, जो कि जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है. हालांकि प्रशासन का दावा है कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों के लिए 37 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर अधिकारियों की टीम को गांव में नजर रखने के लिए बोल दिया गया है. उधर मल्लेपुर, हरसिंहपुर के लोगों का कहना है कि बाढ़ का पानी पहुंचा है, लेकिन अभी तक कोई अधिकारी मदद करने नहीं आया न तो कोई नाव पहुंचा है. हम लोग अपने सहारे सामान इधर से उधर कर रहे हैं.

मिर्जापुर: जनपद में गंगा किनारे के तटवर्ती गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. गांवों में लोग बाढ़ से बचने के लिए घरेलू सामान और मवेशियों को सुरक्षित करने में जुटे हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने का यही सिलसिला रहा तो मंगलवार तक गंगा खतरे के निशान तक पहुंच जाएगी. सदर तहसील और चुनार तहसील के गंगा किनारे के गांव बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. कई गांव के फसले भी बाढ़ में डूब गई हैं.

खतरे के निशान को पार करने की ओर गंगा

खतरे के निशान को पार करने की ओर गंगा-

  • रविवार से लगातार बढ़ रहा गंगा का पानी अब गांवों में घुसने लगा है.
  • गंगा किनारे के गांवों में बाढ़ का आने से ग्रमीण चिंतिंत हैं.
  • चील्ह इलाके के हरसिंहपुरा और मल्लेपुर में बाढ़ के पानी से बचने के लिए ग्रामीण सुरक्षित जगह पहुंचाने में जुटे हुए हैं.
  • प्रशासन के नाव नहीं चलवाने के कारण ग्रामीण ट्यूब के सहारे खाना पहुंचाने के लिए मजबूर हैं.
  • गंगा किनारे मौजूद श्मशान घाट पूरी तरह से डूब चुका है.
  • जिले में खतरे का निशान 77.24 मीटर है.
  • वर्तमान में गंगा का पानी 76.7 मीटर है जो कि लगातार ढाई से तीन सेंटीमीटर तक हर घंटे बढ़ रहा है.
  • आशंका जताई जा रही है कि कल गंगा जिले में खतरे के निशान तक पहुंच सकती हैं.

सदर तहसील में 309 गांव और चुनार तहसील में 184 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं, जो कि जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है. हालांकि प्रशासन का दावा है कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों के लिए 37 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर अधिकारियों की टीम को गांव में नजर रखने के लिए बोल दिया गया है. उधर मल्लेपुर, हरसिंहपुर के लोगों का कहना है कि बाढ़ का पानी पहुंचा है, लेकिन अभी तक कोई अधिकारी मदद करने नहीं आया न तो कोई नाव पहुंचा है. हम लोग अपने सहारे सामान इधर से उधर कर रहे हैं.

Intro:नोट-सर अधिकारी बाईट रैप पर है इसी स्लग से।

मिर्जापुर में गंगा के किनारे के तटवर्ती गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है गांव में लोग बाढ़ से बचने के लिए घरेलू सामान और मवेशियों को सुरक्षित करने में जुटे हैं गंगा का जलस्तर बढ़ने का यही सिलसिला रहा तो कल तक गंगा खतरे के निशान तक पहुंच जाएगा। सदर तहसील के और चुनार तहसील के गंगा किनारे के गांव प्रभावित हैं कई गांव के फसलें भी डूब गई हैं।


Body:मिर्जापुर पिछले दो दिनों से लगातार बढ़ रहा गंगा का पानी अब गांव में घुसने लगा है गंगा किनारे के गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचते ही ग्रामीणों में चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है सदर तहसील के चील्ह इलाके के हरसिंहपुरा और मल्लेपुर में बाढ़ का पानी घुसने की वजह से लोग बाढ़ से बचने के लिए अपने अपने सामान को सुरक्षित जगह पहुंचाने में जुटे हुए हैं नाव नहीं चलने के कारण ट्यूब के सारे लोग खाना पहुंचाने के लिए मजबूर हैं। गंगा किनारे मौजूद श्मशान घाट पूरी तरह से डूब चुका है जिला प्रशासन का कहना है कि जिले में खतरे का निशान 77.24 मीटर है वर्तमान में गंगा का पानी 76.7 मीटर है जो कि लगातार ढाई से 3 सेंटीमीटर तक हर घंटे बढ़ रही आशंका जताई है कि बढ़ने की गति यही रही तो कल गंगा जिले में खतरे के निशान तक पहुंच सकती हैं।
सदर तहसील में 309 गांव और चुनार तहसील में 184 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं जो कि जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है हालांकि प्रशासन का दावा है कि इस बाढ़ ग्रस्त इलाकों के लिए 37 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर अधिकारियों की टीम को गांव में नजर रखने के लिए बोल दिया गया है। इधर जिला प्रशासन का दावा है कि सभी गलत कर दिया गया है लेकिन उधर मल्लेपुर हरसिंहपुर के लोगों का कहना है कि बाढ़ का पानी पहुंचा है लेकिन अभी तक कोई अधिकारी मदद करने नहीं आया ना तो कोई नाव पहुंचा है हम लोग अपने सहारे सामान इधर से उधर कर रहे हैं ऐसे बढ़ता रहा पानी तो हम लोगों को डर सता रहा है कहां पर रहेंगे।

Bite-प्रभु चंद यादव-ग्रामीण
Bite-सविता-ग्रामीण
Bite-मनोरमा-ग्रामीण
Bite-यू पी सिंह-अपर जिलाधिकारी

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630


Conclusion:
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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