मिर्जापुर: विकासखंड राजगढ़ के चुनार थाना क्षेत्र के जौगढ़ गांव के पतार पुरवा में पानी की बोरिंग से ज्वलनशील गैस निकलने से हड़कंप मच गया. बोरिंग से ज्वलनशील गैस निकलने की जानकारी पर वहां लोगों की भारी भीड़ लग गई. मौके पर प्रशासन ने पहुंचकर लोगों को दूर रहने की सलाह दी. जिससे किसी भी प्रकार का कोई खतरा न हो सके.
दरअसल, जौगढ़ गांव के पतार पुरवा के रहने वाले हंस लाल बिंद ने 4 मार्च को 700 फीट की एक बोरिंग कराई थी, जिसको बोरी लगाकर ढक दिया गया था. होली के दिन यानी 8 मार्च को क्रिकेट खेल कर लौट रहे लड़कों ने शाम करीब चार बजे देखा कि जहां पर बोरी से बोरिंग ढकी थी वहां से तेजी से गैस निकल रही है. इस पर एक लड़के ने माचिस जला दी, जिससे गैस ने आग पकड़ ली. लोगों ने किसी तरह से उस आग को बुझाया.
गैस रिसाव की सूचना ग्रामीण हंस लाल ने ग्राम प्रधान को दी, जिन्होंने पुलिस प्रशासन को जानकारी दी. इस पर गुरुवार की सुबह राजगढ़ थाना अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. नायब तहसीलदार चुनार अरुण कुमार यादव, राजस्व निरीक्षक संजीव कुमार पांडेय, बाबूलाल सिंह, अरविंद कुमार, लेखपाल भूगर्भ विभाग, फायर ब्रिगेड, गेल इंडिया के अधिकारी मौके का निरीक्षण करने पहुंचे. अधिकारियों ने लोगों को गैस रिसाव वाले स्थान से दूर रहने की सलाह दी है. इसके साथ ही प्रशासन के लोगों को वहां पर अलर्ट कर दिया, जिससे उस स्थान पर कोई न जाए.
पतार गांव में हंस लाल ने दो बोरिंग कराई हैं. एक बोरिंग उनके भाई लक्ष्मण बिंद ने कराई है, जिसमें से पानी निकल रहा है. हंस लाल ने जो 4 मार्च को बोरिंग कराई थी, उसको ढक देने से गैस के रिसाव का दबाव बढ़ जाने से बोरिंग के एक मीटर की परिधि में चारों तरफ गैस निकल रही है. साथ ही 15 मीटर की दूरी पर उनके भाई लक्ष्मण बिंद ने अपनी एक बोरिंग कराई है, जिसमें से पानी तो निकल रहा है, साथ ही गैस की तपिश तेजी से बाहर निकल रही है जो भूमि पर दिखाई दे रही है. खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन उन दोनों बोरिंग के आसपास किसी को जाने नहीं दे रही है. साथ ही ग्राम प्रधान अभय मान सिंह लोगों को बराबर उसके पास में न जाने की हिदायत दे रहे हैं.
बोरिंग से निकल रही गैस ज्वलनशील है या नहीं, यहां पर गैस का भंडार है या वातावरण से इकट्ठा हुई गैस है जैसे सवालों के जवाब पता लगाने के लिए फायर ब्रिगेड मड़िहान यूनिट के प्रभारी मोहम्मद मतलूब फारुकी ने टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर करीब 6000 लीटर पानी बोरवेल में डाला. उसके बाद अच्छी तरह से उसको ढक दिया गया. हम आपको बता दें मिर्जापुर के कई इलाकों में इस तरह की सूचना पहले भी आई हैं.