मिर्जापुर: जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए लॉक डाउन किया गया है. इसी के मद्देनजर शहर काजियों ने मुसलमानों से जुमे की नमाज मस्जिद की जगह घर में अदा करने की अपील की है जिसके बाद आज होने वाली जुमे की नमाज लोगों ने घर में अदा की. इमामबाड़ा जामा मस्जिद में लॉकडाउन के पहले जुमे की नमाज के दिन सिर्फ 5 लोगों ने ही नमाज अदा की. यहां पर 800 लोग नमाज पढ़ने आते थे.
पुलिस ने दिया था निर्देश
पुलिस ने पहले ही मुस्लिम समाज के लोगों से बात करके निर्देश दिया था कि कोई भी भीड़ न लगाए. ज्यादा लोग नमाज पढ़ने न जाए, कम से कम लोग ही वहां रहें. इसलिए एतिहात के तौर पर सिर्फ पांच लोगों के लिए परमिशन दिया गया था. कहा गया था, कोई उलंघन करेगा तो कार्रवाई होगी, लेकिन ऐसा मिर्जापुर में देखने को नहीं मिला. सभी जगह जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अपने-अपने घरों में अदा की गई.
मस्जिद इमाम हाफिज जाकिर हुसैन का कहना है कि 27 वर्षों से हम यहां पर इमाम हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं देखा. पहली बार इस बीमारी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, हम लोगों ने ख्याल रखते हुए सिर्फ पांच लोग नमाज पढ़ा हैं. जबकि पहले यहां पर 600 से 700 लोग नमाज पढ़ने आते थे.
मोहम्मद हाफिज अंसारी ने बताया कि 75 वर्ष की आयु में पहली बार नमाज घर पर पढ़ने के लिए कहा गया है. हम लोगों ने ज्यादातर घर पर ही नमाज पढ़ी हैं, सिर्फ पांच लोगों ने यहां आकर नमाज पढ़ा है. जिला प्रशासन के निर्देश पर कोरोना वायरस के बचाव को लेकर हम लोग पूरा पालन कर रहे हैं.
जुमे की नमाज में पांच से ज्यादा लोग अगर आएंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सभी धार्मिक स्थान एक सप्ताह से बंद हैं और जो इसका उलंघन करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
धर्मवीर सिंह,पुलिस अधीक्षक