मिर्जापुरः जिलें में धान खरीद में गड़बड़ी करने वाले क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गयी है. धान खरीद की शुरूआत में चार केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया था. ताजा मामला मड़िहान तहसील के संतनगर का है. जहा केंद्र प्रभारी ने 75-75 कुंतल धान एक ही किसान से कई बार खरीदा है. जिसको लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके साथ ही समय से भुगतान न करने पर नेफेड और एनसीसीएफ के 17 केंद्रों को बंद कर दिया गया है. जब तक 90 फीसदी भुगतान नहीं कर देते हैं, तब तक ये बंद रहेंगे. जिले में अबतक 17,918 किसानों से 96,186 मैट्रिक टन धान खरीदा गया है.
किसानों को धान की उपज का वाजिब दाम मिल सके. इसके लिए सरकार ने मिर्जापुर में 94 क्रय केंद्रों पर 2,61,250 मैट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है. लक्ष्य के मुकाबले अभी तक 17,918 किसानों से 96,186 मेट्रिक टन धान खरीदा गया है. धान आवक के बावजूद धीमी गति ख़रीदारी और केंद्र बंद होने के साथ किसानों से बहानेबाजी करने पर केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई होने से हड़कंप मचा हुआ है. जिला प्रशासन ने संतनगर क्रय केंद्र प्रभारी सतीश कुमार के खिलाफ एक ही किसान से कई बार 75-75 कुंतल धान खरीदने पर मुकदमा दर्ज कराया है. जबकि कहा गया था कि एक हफ्ते में एक किसान से केवल 75 कुंतल ही धान खरीदा जायेगा. इसको लेकर अबतक जिले में कुल 5 मुकदमा क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ हो चुका है.
भुगतान न करने पर NAFED और NCCF के 17 धान क्रय केंद्र बन्द
जिले में जितने तेजी से नेफेड और एनसीसीएफ धान खरीदारी कर रहा है. उतनी तेजी से किसानों के समय से भुगतान न करने पर 28 केंद्रों में से 17केंद्र को बंद करा दिया गया है. कहा गया है कि जब तक 90 फीसदी भुगतान नहीं किया जाएगा. तब तक ये केंद्र नहीं खुलेंगे. भुगतान नहीं करने पर, इन्हें बंद कर दिया जायेगा. 11 केंद्र जो चल रहे हैं, उनको अभी 3 दिन का समय दिया गया है. ताकि वे 90 फीसदी भुगतान कर सकें. ऐसा न करने पर ये भी बंद कर दिये जायेंगे. जबकि अभी तक ये 40 से 50 फीसदी ही भुगतान कर पाये हैं. जिले में नेफेड के 15 और एनसीसीएफ के 13 केंद्र संचालित हैं. इन केंद्रों पर हर रोज 300 किसानों से करीब 15 सौ मेट्रिक धान की खरीद की जाती है. अब 17 केंद्र बंद हो जाने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
जिले में निर्धारित लक्ष्य
जिले में 2,61,250 मैट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें से वर्तमान समय में 17,918 किसानों से 96,186 मैट्रिक टन धान खरीदा गया है. एक किसान से 75 कुंतल का राइडर बनाया गया है. एक हफ्ते में एक किसान से केवल 75 कुंतल की धान खरीद की जा सकती है. उससे ज्यादा खरीदने पर कार्रवाई की जाएगी. जिले में 53 कुंतल प्रति किसान का औसत है., जो पिछले साल की अपेक्षा 117 कुंतल से काफी कम है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, छोटे किसानों से इस बार ज्यादा खरीदारी की जा रही है. लक्ष्य के हिसाब से 36.50 फीसदी धान की खरीद हो चुकी है, अभी ळक्ष्य पूरा करने के लिए दो महीने बाकी है.