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लोहंदी नदी के बहुरेंगे दिन, डीएम ने फावड़ा चलाकर की शुरुआत

मिर्जापुर जिले की लोहंदी नदी के जीर्णोद्धार कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने फावड़ा चलाकर की. लोहंदी नदी 11 ग्राम पंचायतों से होकर बहती है. नदी का जीर्णोद्धार 1.25 करोड़ की लागत से कराया जाएगा.

लोहंदी नदी
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Published : Jun 21, 2023, 10:14 PM IST

मिर्जापुर: जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की पहल पर 11 ग्राम पंचायतों से होकर बहने वाली लोहंदी का जीर्णोद्धार होने जा रहा है. जिलाधिकारी ने बुधवार को लोहंदी गांव में पहुंचकर सूखी नदी में फावड़ा चलाकर इसकी शुरुआत की है. नदी का जीर्णोद्धार मनरेगा , पंचम राज्य वित्त, श्रमदान और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कराया जाएगा. 1.25 करोड़ की लागत से 14.8 किलोमीटर नदी की सफाई 40 दिन में कराई जाएगी.

छितपुर, नकहरा, सिरसी बघेल, सिरसी गहरवार, चंदईपुर, लोहन्दी खुर्द, लोहन्दी कलां, गोपालपुर, राजापुर, बसही और कंतित से होकर प्राकृतिक नदी बहती है. बरकछा खुर्द के अटारी बॉर्डर के पास से भोकवा नाला से निकली हुई नदी 11 ग्राम पंचायतों से होकर गंगा नदी में मिल जाती है. भोकवा नाला के साथ पाताल तोड़ कुआं और लोहंदी महावीर मंदिर के पास 11 तख्ता का पुल के पास अनवरत पानी भारी मात्रा में निकलता था. मगर, अब पानी बंद हो जाने से नदी सूख गई है. नदी की सफाई हो जाने से उम्मीद है कि पानी फिर से नदी में बहने लगेगा.

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा बताया गया था नदी की हालत खराब है, जिसको लेकर अब इसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा. जिले में पहले भी कर्णावती नदी का जीर्णोद्धार हो चुका है. ग्रामीणों के सहयोग से इस नदी का भी जीर्णोद्धार होगा. वहीं, ग्राम प्रधान श्यामलाल यादव ने बताया कि पहले इस नदी से लोग पानी पीते थे और नहाते थे. यहां पर पिकनिक लोग मनाने आया करते थे. मगर, नदी सूख जाने से अब पानी हमेशा नहीं बहता है. उम्मीद है अब सफाई हो जाने से नदी में पानी शुरू हो जाएगा.

पढ़ेंः कनेरा नदी को मिलेगा नया जीवन, मनरेगा के तहत चल रहा कार्य

मिर्जापुर: जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की पहल पर 11 ग्राम पंचायतों से होकर बहने वाली लोहंदी का जीर्णोद्धार होने जा रहा है. जिलाधिकारी ने बुधवार को लोहंदी गांव में पहुंचकर सूखी नदी में फावड़ा चलाकर इसकी शुरुआत की है. नदी का जीर्णोद्धार मनरेगा , पंचम राज्य वित्त, श्रमदान और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कराया जाएगा. 1.25 करोड़ की लागत से 14.8 किलोमीटर नदी की सफाई 40 दिन में कराई जाएगी.

छितपुर, नकहरा, सिरसी बघेल, सिरसी गहरवार, चंदईपुर, लोहन्दी खुर्द, लोहन्दी कलां, गोपालपुर, राजापुर, बसही और कंतित से होकर प्राकृतिक नदी बहती है. बरकछा खुर्द के अटारी बॉर्डर के पास से भोकवा नाला से निकली हुई नदी 11 ग्राम पंचायतों से होकर गंगा नदी में मिल जाती है. भोकवा नाला के साथ पाताल तोड़ कुआं और लोहंदी महावीर मंदिर के पास 11 तख्ता का पुल के पास अनवरत पानी भारी मात्रा में निकलता था. मगर, अब पानी बंद हो जाने से नदी सूख गई है. नदी की सफाई हो जाने से उम्मीद है कि पानी फिर से नदी में बहने लगेगा.

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा बताया गया था नदी की हालत खराब है, जिसको लेकर अब इसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा. जिले में पहले भी कर्णावती नदी का जीर्णोद्धार हो चुका है. ग्रामीणों के सहयोग से इस नदी का भी जीर्णोद्धार होगा. वहीं, ग्राम प्रधान श्यामलाल यादव ने बताया कि पहले इस नदी से लोग पानी पीते थे और नहाते थे. यहां पर पिकनिक लोग मनाने आया करते थे. मगर, नदी सूख जाने से अब पानी हमेशा नहीं बहता है. उम्मीद है अब सफाई हो जाने से नदी में पानी शुरू हो जाएगा.

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