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मिर्जापुर: गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट, बनाई 37 बाढ़ चौकियां

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में गंगा नदी उफान पर है. गंगा का पानी घाटों की सीढ़ियों तक पहुंच गया है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने 37 बाढ़ चौकियां बनाई हैं, जो रात दिन काम करेंगी.

गंगा का बढ़ता जलस्तर.
गंगा का बढ़ता जलस्तर.
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Published : Sep 2, 2020, 7:03 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर: सभी जगह हो रही बारिश के चलते जिले में गंगा नदी उफान पर है. एक सप्ताह से लगातार गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से जिला प्रशासन अलर्ट है. गंगा का जल 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे बढ़ रहा है. पानी गंगा के किनारे घाटों की सीढ़ियों तक पहुंच गया है. अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो एक-दो दिन में गांव में पानी प्रवेश कर सकता है. संभावित बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने 37 बाढ़ चौकियां बनाई हैं, जो रात दिन काम करेंगी. इन बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग, राजस्व पुलिस और पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाने और खाने, रहने की व्यवस्था करेंगे. गंगा में खतरे का निशान 77.8 मीटर है, अभी गंगा खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे बह रही है.

बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट

लगातार बढ़ रहे पानी के मद्देनजर जिला प्रशासन अलर्ट
लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. मिर्जापुर में गंगा नदी 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रही हैं यह पानी दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश में हुए बारिश की वजह से बढ़ रहा है. इसी तरह गंगा जलस्तर बढ़ता रहा तो एक-दो दिन में निचले इलाके के गांवों में पानी पहुंच जाएगा. जनपद के दो तहसील सदर और चुनार के गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने 37 बाढ़ चौकिया बनाकर अलर्ट कर दिया है. इन बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग, राजस्व पुलिस और पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है, जो रात दिन काम करेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाने और खाने रहने की व्यवस्था करेंगे. बाढ़ से प्रभावित लोगों को रखने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है. शासन के निर्देश पर 15 दिन के लिए बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट देने की भी व्यवस्था कर ली गई है. बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त नाव की व्यवस्था भी कर ली गई है. सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि बाढ़ के दौरान जहां पर नाव चलाना प्रतिबंधित है, वहां पर निगरानी रखेंगे.

गंगा का बढ़ता जलस्तर.
गंगा का बढ़ता जलस्तर.

सदर तहसील के लगभग 300 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं. सभी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है.

मिर्जापुर: सभी जगह हो रही बारिश के चलते जिले में गंगा नदी उफान पर है. एक सप्ताह से लगातार गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से जिला प्रशासन अलर्ट है. गंगा का जल 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे बढ़ रहा है. पानी गंगा के किनारे घाटों की सीढ़ियों तक पहुंच गया है. अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो एक-दो दिन में गांव में पानी प्रवेश कर सकता है. संभावित बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने 37 बाढ़ चौकियां बनाई हैं, जो रात दिन काम करेंगी. इन बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग, राजस्व पुलिस और पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाने और खाने, रहने की व्यवस्था करेंगे. गंगा में खतरे का निशान 77.8 मीटर है, अभी गंगा खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे बह रही है.

बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट

लगातार बढ़ रहे पानी के मद्देनजर जिला प्रशासन अलर्ट
लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. मिर्जापुर में गंगा नदी 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रही हैं यह पानी दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश में हुए बारिश की वजह से बढ़ रहा है. इसी तरह गंगा जलस्तर बढ़ता रहा तो एक-दो दिन में निचले इलाके के गांवों में पानी पहुंच जाएगा. जनपद के दो तहसील सदर और चुनार के गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने 37 बाढ़ चौकिया बनाकर अलर्ट कर दिया है. इन बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग, राजस्व पुलिस और पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है, जो रात दिन काम करेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाने और खाने रहने की व्यवस्था करेंगे. बाढ़ से प्रभावित लोगों को रखने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है. शासन के निर्देश पर 15 दिन के लिए बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट देने की भी व्यवस्था कर ली गई है. बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त नाव की व्यवस्था भी कर ली गई है. सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि बाढ़ के दौरान जहां पर नाव चलाना प्रतिबंधित है, वहां पर निगरानी रखेंगे.

गंगा का बढ़ता जलस्तर.
गंगा का बढ़ता जलस्तर.

सदर तहसील के लगभग 300 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं. सभी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है.

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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