मिर्जापुर: जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के अमोईपुरवा गांव में धान खरीद में बड़ा घोटाला सामने आया है. फर्जी तरीके से खतौनी बनाकर करीब 17 हजार क्विंटल धान बेच दिया गया. मामले में क्रय केंद्र प्रभारी की संलिप्तता पाये जाने पर सीआरओ के निर्देश पर क्रय केंद्र प्रभारी सहित 59 किसानों के खिलाफ गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया है.
धान खरीद में बड़ा घोटाला
धान खरीदारी को लेकर एक तरफ जहां किसान परेशान हैं तो वहीं मड़िहान तहसील क्षेत्र के सन्तनगर एनसीसीएफ केंद्र पर फर्जी खतौनी लगाकर लगभग 17 हजार कुन्तल धान बेच दिया गया. बताया जा रहा है सन्तनगर क्रय केन्द्र प्रभारी दूसरे गांव के किसान अमोई पुरवा गांव के किसान बनकर फर्जी खतौनी की इस्तेमाल कर धान बेच दिया. मामला संज्ञान में आते ही जिले में हड़कम्प मचा है.
रजिस्टर पर आंकड़ा छिपाकर बिचौलियों द्वारा किसान बनकर ऑनलाइन 765 लोगों ने धान बेच दिया. मामले की जांच हुई तो प्रशासन के निर्देश पर लेखपाल लल्लन सिंह ने लालगंज थाने में केन्द्र प्रभारी समेत कुल साठ किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है 59 किसानों में 26 महिलाएं भी शामिल हैं. कुछ दिन पहले उपजिलाधिकारी रोशनी यादव के जांच के दौरान गड़बड़ी पाये जाने पर 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था.
केंद्र प्रभारी समेत 60 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मड़िहान तहसील क्षेत्र के अमोई पुरवा गांव जो इन दिनों चकबंदी में चल रहा है उस गांव की खतौनी लगाकर 59 किसानों ने 17 हजार कुंतल से अधिक धान एनसीसीएफ केंद्र संत नगर पर बेच देने का मामला प्रकाश में आया है. जिसको संज्ञान में लेते हुए क्षेत्रीय लेखपाल लल्लन सिंह ने केंद्र प्रभारी समेत 60 लोगों के खिलाफ लालगंज थाने में धारा 419, 420 के तहत दर्ज कराई गई है.
धान 100 कुंतल से अधिक एक किसानों को धान बेचने पर रोक लगी थी जबकि यहां धान खरीद शुरू होते ही 7 किसानों ने सौ कुंतल तो वहीं 52 किसानों से 300 कुंतल से लेकर 465 कुंतल तक धान बेचा गया. कुछ दिन पहले उप जिलाधिकारी रोशनी यादव ने क्रय केंद्र का निरीक्षण किया था उसमें आठ किसान फर्जी पाए गए थे. लेकिन जब फिर से मामले की जांच हुई तो ऑनलाइन खरीद में कुल 765 लोगों ने एनसीसीएफ केंद्र पर धान बेच दिया है.