मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में छात्र का मोबाइल छीने जाने के वायरल वीडियो पर कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने सफाई दी है. मंत्री ने कहा कि "छात्रों से बातचीत के दौरान पार्टी विशेष से जुड़ा एक युवक अपने एजेंडे की बात कर रहा था, जो उसकी पार्टी का विशेष एजेंडा है. मैन कहा मुझे बच्चों से बातचीत करने दीजिए, मगर वह अपने एजेंडे की बात कर रहा था". हालांकि बच्चों से बात कर मामले को उच्च शिक्षा मंत्री को अवगत करा दिया गया है. जहां लखनऊ पहुंचने पर बच्चों की समस्या का समाधान हो जाएगा. इस मामले में छात्र विवेक यदाव ने पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री समस्या की जगह अपनी उपलब्दियां गिना रहे थे, सवाल पूछने पर उनकी मोबाइल छीनकर उन्हें पुलिस से भगवा दिया गया.
पूरा मामला
दरअसल, शनिवार को जीडी बिनानी कॉलेज के कुछ छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति की समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के जनसंपर्क कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान कैबिनेट मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल पहुंच गए. उन्होंने छात्रों से बातचीत करने की कोशिश की, छात्रों से बात करने के दौरान एक युवक का मोबाइल कैबिनेट मंत्री ने छीन लिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो को लेकर कैबिनेट मंत्री ने सफाई दी है.
कैबिनेट मंत्री ने बताया
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि सब लोग इतने वर्षों से उन्हें जानते हैं. यहां जीडी बिनानी कॉलेज के कुछ छात्रवृत्ति नहीं मिलने की वजह लेकर आए थे. वह छात्रों से बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान यहां एक पार्टी से जुड़ा व्यक्ति भी खड़ा था, वह बार-बार अपने एजेंडे पर बात करने की कोशिश कर रहा था, जो उसकी पार्टी का एजेंडा है. उन्होंने उस व्यक्ति से कहा कि उन्हें बच्चों से बात करने दीजिए, लेकिन युवक अपने एजेंडे पर बात कर रहा था. हालांकि बच्चों के मामले को उच्च शिक्षा मंत्री को अवगत करा दिया गया है. उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने संज्ञान में ले लिया है. उन्होंने लखनऊ पहुंचकर मामले को हल करने का आश्वासन दिया है.
छात्र ने मंत्री पर किया पलटवार
मोबाइल छीने जाने के बाद छात्र विवेक यादव ने भी पलटवार किया है, छात्र ने कहा "हम अपनी छात्रवृत्ति की समस्या को लेकर छात्राओं के साथ गए हुए थे, लेकिन कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल समस्या की जगह सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे. जब कहा गया कि मुद्दे पर बात कीजिए तो नाराज होकर नाम पूछ लिया. जब नाम विवेक यादव बताया तो वह मोबाइल छीनकर डिलीट करने को कहा और पुलिस वालों से भगवा दिया. थोड़ी देर बाद उसकी मोबाइल को पुलिसकर्मियों द्वारा भेजवा दिया गया. मंत्री ने उसे कहा कि यह समाजवादी पार्टी से जुड़ा है. इसको यहां से भगा दो. मंत्री के कार्यालय में उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया. वह गरीब छात्र है, छात्रवृत्ति से ही पढ़ाई करता है. उसकी मांग है कि उसकी छात्रवृत्ति को दिलावाया जाए. वह किसी पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं है.