मिर्जापुर: बिना मास्क लगाए डीएम कार्यालय में घुसने पर डीएम सुशील कुमार पटेल ने बीएसए को फटकार लगाई है. साथ ही उन्होंने 500 रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश भी दिया है. इसके बाद बीएसए ने नाजिर कलेक्ट्रेट में 500 जुर्माना जमा किया. बीएसए का बिना मास्क लगाने का जुर्माना काटे जाने से अधिकारियों और कर्मचारियों में जिला मुख्यालय पर हड़कंप मचा हुआ है.
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जिला प्रशासन रात दिन मेहनत कर रहा है. वहीं कुछ अधिकारी ऐसे हैं, जो कोरोना के बचाव की गाइडलाइन का सरेआम उल्लंघन करते दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, बेसिक शिक्षा अधिकारी बुधवार की सुबह जिलाधिकारी के कार्यालय में बिना मास्क लगाए पहुंचे. इसपर जिलाधिकारी नाराज हो गए. डीएम सुशील कुमार पटेल ने कड़ी फटकार लगाते हुए 500 रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश दे दिया. डीएम के आदेश के बाद नाजिर कलेक्ट्रेट ने बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह से 500 रुपए का पेनाल्टी जमा करवाया.
बताया जा रहा है जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जिलाधिकारी से सरकारी काम के सिलसिले में मिलने कार्यालय गए थे. वह सीधे डीएम कार्यालय में पहुंच गए, जहां डीएम बैठे हुए थे. बीएसए बिना मास्क के उन तक पहुंच गए. जब डीएम ने मास्क न लगाने का कारण पूछा तो वह घबरा गए और जेब में हाथ डाल लिया. इसपर भी न मास्क मिला न रुमाल. इसके बाद डीएम ने पेनाल्टी लगाने का आदेश दे दिया. डीएम ने कहा कि जब आप खुद नियमों को नहीं मानेंगे, तो दूसरों से कैसे उम्मीद करेंगे. कोरोना महामारी के चलते हर शख्स को मास्क लगाने का शासनादेश है. जब सरकार के कर्मचारी और अधिकारी ही मास्क नहीं लगाएंगे तो कैसे कोरोना से बचा जा सकेगा.
248 केस एक्टिव
बता दें कि जिले में 25 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या कुल 1547 हो गई, जिसमें 1274 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. वहीं 25 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, जबकि 248 एक्टिव कैसे ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है. प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा सैंपल लिया जा रहा है और जिले में 125 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इसके बावजूद भी जिले में अधिकारी से लेकर आम जनता लापरवाह बनी हुई है, जिसको लेकर जिलाधिकारी सख्त दिखाई दे रहे हैं.