मिर्जापुर: जिले में स्टीमर से बाढ़ का निरीक्षण करने निकले बीजेपी के नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा के स्टीमर का तेल बीच गंगा में खत्म हो गया. घण्टों बीजेपी विधायक और तहसीलदार बाढ़ के बीच फसे रहे. गंगा में बाढ़ का निरीक्षण करने बीजेपी के विधायक निकले थे. बाद में किसी तरह से दूसरे स्टीमर से तेल ले जाया गया. तब विधायक सुरक्षित वापस लौटे सके.
बीच गंगा में फंसे विधायक
- बीजेपी के नगर विधानसभा से विधायक रत्नाकर मिश्रा खुद ही मुश्किलों में घिर गए.
- वह जिस स्टीमर से निरीक्षण करने निकले थे, उसका तेल बीच गंगा में पहुंच कर खत्म हो गया.
- बाढ़ के बीच गंगा में विधायक अपने सुरक्षा कर्मी और तहसीलदार सदर के साथ घण्टों फंसे रहे.
- घण्टों बाद एक स्टीमर से तेल ले जाया गया, तब जाकर वह लोग किसी तरह वापस विंध्याचल राम गया घाट पहुंचे.
विधायक ने जिला पंचायत के अधिकारी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मंशा ऐसी थी कि हम जल समाधि ले ले. वहीं इस निरीक्षण के दौरान लापरवाही देखने को मिली. एक तरफ जहां स्टीमर में तेल नहीं था, तो वहीं विधायक सहित सभी को बिना लाइफ जैकेट के बाढ़ में निरीक्षण के लिए ले जाया गया था.
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विधायक ने विभागीय लापरवाही पर जमकर निकाली भड़ास
जिले में गंगा नदी खतरे निशान से ऊपर बह रही .है बाढ़ के चलते 285 गांव प्रभावित हैं. शनिवार को नगर विधायक तहसीलदार के साथ क्षेत्र के प्रभावित गांवों में भ्रमण करने पहुंचे थे. बबुरा गांव से लौटते समय उनके मोटर बोट का तेल ही खत्म हो गया. गंगा की धारा के बीच अधिकारी और विधायक के साथ चालक भी तेल खत्म होने पर असहाय नजर आए.
तहसीलदार ने जिला पंचायत के अधिकारी को फोन करके दूसरा मोटर बोट मंगाया गया. विभागीय लापरवाही पर विधायक ने जमकर अपनी भड़ास निकाली.
हमें केवल माननीय विधायक जी के साथ आने को कहा गया था. अगर पहले बताया जाता तो हम व्यवस्था करके निकलते.
-ओम प्रकाश पांडेय, तहसीलदार,सदर