मिर्जापुर: भदोही दुर्गा पंडाल अग्निकांड के बाद मिर्जापुर पुलिस अब जाग गई है. सोमवार देर शाम से लेकर रात तक पुलिस ने दुर्गा पंडालों की चेकिंग कर पंडालों में लगे कागज और पन्नी को हटवाया. इस दौरान कई जगह पंडाल आयोजकों और स्थानीय लोगों ने पुलिस का विरोध किया. लेकिन, पुलिस ने कड़ाई से अपनी बात रखी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस के कहने पर पंडालों से पन्नी और कागज को हटाया.
पूरे देश भर में नवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है. इस नवरात्रि में नव दुर्गा की पूजा की जाती है. इसके लिए जगह-जगह पंडाल सजाए गए हैं. पंडाल को झालरों और टेंट के साथ ही पन्नी कागजों से सजाया गया है. पन्नी कागज पंडालों के लिए घातक बन रहे हैं. पन्नी से गुफा जैसे बनाए गए पंडाल की वजह से भदोही में बड़ा हादसा हो गया. इसी को देखते हुए देर रात सोमवार को मिर्जापुर की पुलिस ने शहर में लगाए गए दुर्गा पंडालों की चेकिंग की. इस दौरान जहां भी पन्नी कागज लगाए गए थे उनको हटाने का निर्देश दिया और साथ ही कड़ाई से कई जगह पन्नी कागज हटवाए.
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इसके अलावा पुलिस ने दुर्गा पंडालों के आयोजकों से कहा कि आग से बचने के लिए पानी, अग्निशमन यंत्र की हरहाल में व्यवस्था कर लें. पंडाल में दो रास्ते रखें. एक आने का और एक जाने का. हालांकि, इस बीच स्थानीय लोगों ने पुलिस का विरोध भी किया. लेकिन, पुलिस ने कड़ाई से भदोही घटना को संज्ञान में लेते हुए अपनी बात रखी तो लोग मान गए और पन्नी कागज हटवाने लगे. पुलिस ने लोगों से आग से बचने के लिए सारी व्यवस्था की बात कही है.
अग्निशमन प्रभारी अधिकारी अनिल प्रताप सरोज ने कहा कि हम लोग पंडालों की चेकिंग कर रहे हैं. पंडाल आयोजकों को निर्देश दिया है कि जो भी रास्ता बनाएं वह 15 फिट का होना चाहिए. एक आने का और एक जाने का. साथ ही पंडाल की ऊंचाई तीन मीटर की रखी जाए. सभी पंडालों में बालू, एक ड्रम पानी और अग्निशमन यंत्र होने चाहिए. पन्नी कागज के कोई भी पंडाल नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही गुफा जैसे कोई पंडाल न बनाएं. सभी आयोजकों को कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है. शहर के पक्की सराय, इमामबाड़ा और संगमोहल दुर्गा पंडाल में लगी पन्नी को हटवा दिया गया है.
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