मिर्जापुर: वाहन भत्ते को लेकर मंगलवार को लेखपाल संघ ने शहर में बाइक रैली निकाली. 100 रुपये की जगह 1000 की मांग करते हुए, सैकड़ों लेखपालों ने नारेबाजी की. सदर तहसील से शुरू होकर कचहरी, वारसलीगंज ,घंटाघर ,गिरधर चौराहा, पेटी चौराहा होते हुए सदर तहसील तक बाइक रैली निकली. इस दौरान लेखपालों ने पदाधिकारियों के साथ मिलकर यातायात माह की धज्जियां उड़ाईं और बिना हेलमेट पहने ही बाइक रैली निकाल दी.
जब इस बारे में लेखपाल संघ के पदाधिकारियों से पूछा गया तो सारी नारेबाजी तुरंत ही मौन में बदल गई. मानो जैसे हेलमेट को अर्थ ही न पता हो. कोई इस विषय पर बोलने को तैयार नहीं हुआ. साथ ही सीओ सिटी इस मामले पर कहना है कि जुलूस से यातायात मांह का कोई संबंध नहीं है और जुलूस पर कार्यवाही करना गंभीर विषय है.
यातायात माह चल रहा है, जिसके चलते जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है. लोगों को नियमों के प्रति जाकरूक किया जा रहा है. रही बात जुलूस की तो जुलूस भारी संख्या में होता है और जुलूस पर कार्यवाही करना काफी गंभीर है. उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था. ट्रैफिक की व्यवस्था की गई थी. उनके लिए ऐसा कुछ बनता है तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
-सुधीर कुमार,सीओ सिटी
लेखपाल संघ मंत्री सदर तहसील बीनू यादव ने कहा कि हम लोगों को हमेशा तहसील में बुलाया जाता है. इसके बाद क्षेत्र में जाना पड़ता है. कार्य की अधिकता को देखते हुए सरकार से हम लोगों की मांग है कि एक हजार वाहन भत्ता दिया जाए. वाहन भत्ता कम मिलने के विरोध में आज हम लोग बाइक जुलूस निकालकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का कर रहे हैं.