मिर्जापुर: विंध्याचल धाम के गंगा तट पर रविवार को श्रद्धा, संगीत और आतिशबाजी का अनूठा संगम नजर आया. दीवान घाट पर पहुंचे श्रद्धालु पहली बार मनोहारी मां गंगा की आरती, दीपदान और आतिशबाजी का अद्भुत नजारा देख मंत्रमुग्ध हो गए.
विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासिनी के दरबार में नवरात्रि का मेला चल रहा है. पहली बार गंगा घाट की रेती पर आतिशबाजी का नजारा श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए के लिए अनूठा प्रयोग रहा. गंगा आरती, आतिशबाजी और दीपदान के लिए हजारों की संख्या में गंगा घाट पर लोग मौजूद थे. इस दौरान गंगा नदी में एक हजार एक दीप दान किए गए.
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की पहल पर इस नवरात्रि मेले में अलग-अलग नजारा श्रद्धालुओं देखने को मिल रहा है. जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि मेले में अच्छा काम करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. गंगा घाट पर दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने कहा कि पहली बार नवरात्रि मेले में इस तरह का नजारा देखने को मिला है, बहुत अच्छा लग रहा है विंध्याचल धाम में आकर.
मिर्जापुर के विंध्याचल में गंगा नदी के तट पर विराजमान आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी के दरबार में इस नवरात्र में विशेष व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा की गई हैं. इसी कड़ी में गंगा नदी के तट पर होने वाली आरती को गंगोत्सव के रूप में मनाया गया. जिसमें न सिर्फ मां गंगा की मनमोहक आरती की गई, बल्कि 1001 दीपों से दीपदान भी किया गया. आतिशबाजी इस कदर हुई कि सभी निहारते ही रह गए.
नवरात्र में मां का आशीर्वाद लेने के लिए देश से के कोने-कोने से भक्तगण यहां पहुंचते हैं. बिहार से आई भक्त ने बताया कि पहली बार यहां पर इस तरह की व्यवस्थाएं देखी है. जिसमें संस्कृति और धर्म को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिससे लोग यहां के बारे में और जानेंगे. इस तरह के कार्यक्रम और व्यवस्था के लिए उन्होंने जिला प्रशासन तथा प्रदेश सरकार की सराहना की है.
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