मिर्जापुरः अमेरिका और रूस की 50 सदस्यीय टीम (50 tourists from Russia and usa arrived in Mirzapur) ने विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासिनी (Maa Vindhyavasini mandir) का दर्शन पूजन किया. ऐसा पहली बार होगा कि जब इतनी बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी मंदिर में दर्शन को पहुंचे. इस मौके पर टीम के सदस्यों ने लिट्टी-बाटी चोखा व मक्खन और खीर खाई. इसके बाद यह टीम वाराणसी के लिए रवाना हो गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल शिलान्यास किया था. इसके बाद से ही यहां लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है. शुक्रवार को रूस और अमेरिका की 50 सदस्यीय टीम विंध्याचल धाम पहुंची और मां विंध्यवासिनी का दर्शन किया.
वाराणसी रवाना होने से पहले विदेशियों ने लिट्टी, बाटी, चोखा, मक्खन व खीर खाई. दर्शन पूजन करने के बाद विदेशियों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यहां पर आकर मां विंध्यवासिनी का दर्शन पाकर बहुत अच्छा लग रहा है. यहां की संस्कृति बहुत अच्छी है. हम लोग बार-बार कोशिश करेंगे यहां पर आने के लिए.
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषाचार्य संजय रथ के नेतृत्व में यह टीम पहुंची थी. इस टीम में विदेशी ज्योतिष छात्र भी शामिल है.यह टीम वाराणसी में 2022 में आयोजित काशी ज्योतिष इवेंट में हिस्सा लेने पहुंची है. वाराणसी से टीम ने विंध्याचल धाम पहुंचकर मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन किया. इन विदेशी मेहमानों को लाने का श्रेय भारतीय संस्कृत का अध्ययन कर रहे दिवाकर मिश्रा को जाता है. वह काशी में इन विदेशी मेहमानों के साथ दो महीनों से कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विदेशी भारतीय संस्कृति से बेहद प्रभावित हैं.
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