मिर्जापुर: होमगार्ड जवानों की थानों में फर्जी ड्यूटी दिखाकर किए गए करोड़ों के घोटाले के बाद अब मिर्जापुर होमगार्ड की ड्यूटी लगाने और वेतन भुगतान में बड़े घोटाले का आरोप लगाया गया है. जिला मुख्यालय पर पूर्व होमगार्ड ने आरोप लगाया कि 10 होमगार्डों की ड्यूटी लगाकर 25 लोगों का वेतन लिया जाता है. इतना ही नहीं होमगार्ड का वेतन भी दूसरे के खाते में ट्रांसफर किया जाता है. होमगार्ड ने मांग किया कि बीते 5 साल के पेरोल की जांच करा ली जाए तो मामले का खुलासा हो जाएगा. जिला कमांडेंट के सहायक होमगार्ड कहना है कि यहां पर ऐसा कोई मामला नहीं है.
क्या है पूरा मामला
- मंगला प्रसाद का आरोप है कि मिर्जापुर में भी होमगार्ड विभाग में ड्यूटी लगाने के नाम पर घोटाला हुया है.
- मंगला प्रसाद का कहना है कि इसकी जांच होनी चाहिए.
- उन्होंने कहा कि जिला होमगार्ड विभाग में भारी पैमाने पर बीईओ द्वारा ड्यूटी के नाम पर घोटाला किया जा रहा है.
- आरोप के मुताबिक होमगार्ड जवानों का फर्जी ड्यूटी दिखाकर बिना आमद और रवानगी दिखाकर कागज पर भारी पैमाने पर घोटाला किया गया है.
- घोटाले की मांग को लेकर 2 वर्ष पूर्व हमें बर्खास्त किया जा चुका है, आज भी धड़ल्ले से यह खेल जारी है.
- जिस तरह से नोएडा मेरठ और जगह घोटाले खुले हैं, यहां भी जांच हो तो करोड़ों का घोटाला सामने आएगा.
मंगला प्रसाद ने आरोप लगाया कि बीओ द्वारा विभिन्न थानों की फर्जी मोहर लगाकर पैरोल पास कर पैसा फर्जी खाते में डाला जाता है. फर्जी ड्यूटी और मास्टर पैरोल का कागज बनाकर अधिक जवानों को दिखाकर कम होमगार्ड की तैनाती कर पैसे का बंदरबांट किया जाता है. उन्होंने बताया कि बीते 5 साल के पेरोल की जांच कर ली जाए तो मामले का खुलासा हो जाएगा.
यहां पर ऐसा कोई मामला नहीं है होमगार्ड की ड्यूटी लगाने में कोई अनियमितता नहीं है. क्योंकि ड्यूटी सॉफ्टवेयर से लगती है सॉफ्टवेयर की सूची कंप्लायंस होती है. नाम सॉफ्टवेयर में नहीं है तो मास्टर पैरोल अंकित कर दिया जाए तो भुगतान किसी दशा में नहीं हो सकता है. अब वह किस तरह से आरोप लगा रहे हैं, वहीं सिद्ध कर पाएंगे.
-जयप्रकाश यादव, सहायक होमगार्ड