मिर्जापुर: जिले में एक अंडे की दुकान चलाने वाले बिजली उपभोक्ता को 19 हजार के बिल की जगह एक लाख 49 हजार का बिल भेज दिया गया. बिल को हाथ में लेकर बुजुर्ग कई दिनों से बिजली विभाग का चक्कर लगा रहा है. बिजली विभाग के बाबू और जेई उसे दौड़ा रहे हैं. यही नहीं उपभोक्ता की बिजली भी काट दी गई है. अधिशासी अभियंता से मिलने के बाद बिजली विभाग की ओर से मीटर रीडिंग की लापरवाही बता कर बिल सुधार की बात कही जा रही है.
महत्वपूर्ण बातें-
- अंडे बेचने वाले को भेजा 1 लाख 49 हजार का बिजली बिल.
- अधिशासी अभियंता से शिकायत के बाद हुई मामले की जांच.
- मीटर रीडिंग गलत होने के बाद दोबारा बिल भेजने का निर्देश.
प्रदेश सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के जनपद मिर्जापुर में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बिजली विभाग ने बिना जांच किए ही अंडे की दुकान चलाने वाले बुजुर्ग को 1 लाख 49 हजार का बिल भेज दिया. भारी-भरकम बिल पाकर बिजली विभाग के बाबू और अधिकारियों के यहां चक्कर काटते हुए परेशान पीड़ित ने जब बिजली विभाग के एक्सईएन के पास शिकायत की तब जाकर उसकी समस्या का समाधान निकल पाया.
शहर के जंगी रोड स्थित बसही इलाके के रहने वाले भगवान दास की अंडे की दुकान है. इनकी जगह उनके बड़े भाई गोमती अंडे की दुकान पर बैठते हैं. यह दुकान केवल शाम को खुलती है. भगवान दास का कहना है कि उन्होंने 2018 में बिजली विभाग से कनेक्शन लिया था. कनेक्शन के कुछ दिनों बाद बिजली बिल आया तो उन्होंने 12 हजार रुपये जमा भी किए थे. इसके बाद बिजली विभाग ने बिजली बिल नहीं भेजा. बिजली बिल न आने और बिजली मीटर खराब होने की शिकायत उन्होंने कुछ दिन पहले बिजली विभाग में की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
वहीं एक सप्ताह पहले बिजली बिल नहीं जमा करने की वजह से उसका कनेक्शन काटकर 1 लाख 49 हजार रुपये का बिजली का बिल थमा दिया गया. इसके बाद से ही भगवान दास फतहा बिजली विभाग के कार्यालय में कई दिनों से बाबू और कर्मचारियों के पास चक्कर लगा रहे हैं. वहीं अधिशासी अभियंता के मिलने के बाद जांच कराई तो पता चला कि गलत बिजली बिल चला गया है. इसके बाद आश्वासन मिला कि इसे सही कराकर भगवान दास से बिजली बिल लिया जाएगा. बिजली विभाग से पता चला कि भगवान दास का बिजली बिल 19 हजार तक का है. इसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द ही उनका कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा.
बकाया को लेकर अवर अभियंता ने बिजली काटी थी. मैंने इनकी समस्या चेक करा ली है. रीडिंग से आरडीएफ हो गई थी, जिसके कारण गलत बिल चला गया था. इसे सही करा कर 19 हजार की बिल बनाया गया है, जिसमें इन्होंने 12000 पहले जमा कर दिया है. शेष 2 दिन में जमा करने की बात कह रहे हैं. कनेक्शन जुड़वा दिया जा रहा है. प्राइवेट कंपनी बिजली रीडिंग का काम करती है. इनकी शिकायतें हमें प्राप्त होती रहती है. हम लोग रैंडम चेकिंग करते हैं, ऐसी शिकायत मिलती है. तो इनमें सुधार कर उन्हें बिल दिया जाता है.
-मनोज यादव, अधिशासी अभियंता
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